जाखल (तरसेम सिंह)। जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरजीता कुमारी के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर मनीषा रानी द्वारा ब्लॉक जाखल के गांव रत्थाथेह में महिलाओं को उचित पोषण एवं घरेलू हिंसा के प्रति जागरूक किया गया। विभाग द्वारा 17 सितंबर से 16 अक्टूबर तक 8वाँ राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाएगा।
सुपरवाइजर मनीषा रानी ने बताया कि गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों से मिलने वाले राशन का नियमित सेवन करना चाहिए, जिससे उनका पोषण संतुलित रहे। एनीमिया मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत महिलाओं को रक्त की कमी दूर करने हेतु प्रोत्साहित किया गया और बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाने वाली आईएफए टैबलेट्स का नियमित सेवन आवश्यक है। उन्होंने नारों— “थकान से आज़ादी, आईएफए का वादा”, “चना-गुड़-साग सेहत का राग”, “ब्लू वाली गोली हर हफ़्ते”— को जीवन में अपनाने का संदेश दिया। इस अवसर पर “सही पोषण, देश रोशन” की शपथ भी दिलवाई गई।
इसी क्रम में सुपरवाइजर ने जानकारी दी कि महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर को अब घरेलू हिंसा प्रतिरोध हेतु प्रोटेक्शन ऑफिसर की जिम्मेदारी भी दी गई है। यदि कोई भी व्यक्ति घरेलू हिंसा की घटना देखता है तो वह तुरंत अपने नजदीकी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को सूचना दे। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गांव स्तर पर प्रोटेक्शन एजेंट की भूमिका निभाएंगी और सुपरवाइजर मामले को प्रोटेक्शन-कम-प्रोहिबिशन ऑफिसर तक पहुँचाएंगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षित और आत्मनिर्भर महिला ही सशक्त समाज की पहचान है और घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाना हर महिला का अधिकार है। कार्यक्रम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग की आशा वर्कर भी मौजूद रही।