Bangladeshi Protest in London: लंदन। बांग्लादेश की मौजूदा शासन व्यवस्था के विरुद्ध विदेशों में विरोध तेज होता जा रहा है। यूनाइटेड किंगडम में रह रहे बांग्लादेशी प्रवासी समुदाय के दो हज़ार से अधिक लोगों ने लंदन स्थित ट्राफलगर स्क्वायर में एक विशाल प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में बढ़ते दमन, मानवाधिकारों के उल्लंघन और लोकतांत्रिक मूल्यों के क्षरण का विरोध करते हुए ट्राफलगर स्क्वायर से डाउनिंग स्ट्रीट तक मार्च निकाला। बाद में उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा। London Protest
इस ज्ञापन में प्रवासी समुदाय ने बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की कमजोरी, बहुलवादी राजनीतिक संस्कृति पर हो रहे हमलों तथा लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन पर गहरी चिंता जताई। साथ ही, उन्होंने ब्रिटेन सरकार से आग्रह किया कि वह इन परिस्थितियों पर चुप न बैठे और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सहयोग से स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने में पहल करे।
मौजूदा प्रशासन के दौरान धार्मिक अल्पसंख्यकों पर लक्षित हमले तेज़ी से बढ़े
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मौजूदा प्रशासन के दौरान धार्मिक अल्पसंख्यकों पर लक्षित हमले तेज़ी से बढ़े हैं। केवल शुरुआती तीन महीनों में ही हिंदू तथा अन्य अल्पसंख्यक समूहों पर दो हज़ार से अधिक हिंसक घटनाएँ दर्ज की गईं, जो अब भी अनियंत्रित रूप से जारी हैं। मानवाधिकार संगठनों ने भी बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए मीडिया पर दमन, धार्मिक आधार पर हिंसा तथा राजनीतिक कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की आलोचना की है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि अंतरिम प्रशासन ने भविष्य के चुनावों में भाग लेने पर प्रतिबंध जैसी अलोकतांत्रिक नीतियाँ अपनाई हैं, जिससे लाखों मतदाताओं का अधिकार छिन सकता है। प्रदर्शनकारियों ने मीडिया और न्यायपालिका से जुड़े व्यक्तियों पर राजनीतिक निष्ठा के आधार पर हो रहे हमलों की भी निंदा की। विदेशों में हो रहे ऐसे विरोध प्रदर्शनों से साफ है कि बांग्लादेश की आंतरिक स्थिति अब वैश्विक चिंता का विषय बन चुकी है। London Protest















