Surajpur Land Scam: सूरजपुर। भूमि से जुड़े फर्जीवाड़ों की घटनाएँ नई नहीं हैं। अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं, जिनमें वर्षों तक केवल तारीख़ें पड़ती रहती हैं और प्रभावशाली लोगों के दबाव में न्याय की प्रक्रिया लंबी खिंचती चली जाती है। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर ज़िले से हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने लोगों को चौंका दिया है और साथ ही सतर्क होने की सीख भी दी है। Chhattisgarh News
यह प्रकरण एक मृत आदिवासी महिला से जुड़ा है। लगभग तीन वर्ष पूर्व गुज़र चुकी महिला के नाम पर दर्ज 10 एकड़ भूमि को जालसाज़ों ने एक अन्य महिला के सहारे, फर्जी आधार कार्ड बनवाकर बेच दिया। जब असली पक्ष को इसकी जानकारी मिली, तो वह स्तब्ध रह गई।
मामला भटगाँव तहसील के सोनपुर गाँव का है। यहाँ की निवासी ऋषि बाई का देहांत वर्ष 2018 में हो चुका था। उनके पति का नाम स्वर्गीय बलिराम उराँव था। इसी परिस्थिति का लाभ उठाकर धोखेबाजों ने नरेशपुर गाँव की एक महिला को पैसे का लालच देकर आधार कार्ड पर उसका नाम बदलवाया और उसे ऋषि बाई पत्नी बलिराम उराँव दर्शा दिया। इसके आधार पर भूमि का सौदा बलरामपुर ज़िले की श्यामा देवी के नाम कर दिया गया।
जब इस बात का पता उस महिला रामेश्वरी पैकरा को चला, जो वर्षों से भूमि की देखरेख कर रही थी, तो उसने तत्काल इसकी शिकायत जनपद सदस्य और प्रशासन से की। सरपंच ने भी पूरे मामले को फर्जीवाड़ा करार दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो ने पुष्टि की है कि शिकायत दर्ज कर मामले को करंजी चौकी भेजा गया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि तथ्यों की गहन जाँच कर कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। Chhattisgarh News