कृषि मंत्री बोले-फसल को ही सर्टिफाइड बीज बताकर किसान को लूट रही कंपनियां
Fake seed case: हनुमानगढ़। नकली खाद-बीज की शिकायत पर कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा शनिवार को अचानक हनुमानगढ़ के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने डबलीराठान व पीलीबंगा क्षेत्र में जांच-पड़ताल की। कृषि मंत्री ने पीलीबंगा क्षेत्र के चक 11 एलकेएस ए में किसान रामस्वरूप के खेत में छापामारी के दौरान फर्जी बीज का मामला पकड़ा। बताया गया कि निजी कंपनी ने खेत में ग्वार बीज का कार्यक्रम दिया था। मगर खेत में नरमा की फसल खड़ी मिली। कृषि मंत्री को सूचना थी कि बाजार से फसल खरीदकर कंपनियां नकली बीज बनाकर बेच देती हैं। जबकि खेत से बीज तैयार कर किसानों को बेचना होता है। Hanumangarh News
खेत मालिक के अनुसार कंपनी ने खुद ही फर्जी समझौता पत्र तैयार कर लिया। जिस किसान के नाम समझौता पत्र तैयार किया गया है उस नाम का किसान गांव में नहीं मिला। खेत में बीज कार्यक्रम की जांच करने भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। कृषि मंत्री ने सरकारी फर्मांे की भूमिका पर भी सवाल उठाए। मीडिया से बात करते हुए कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बताया कि किसान सुदेश पुत्र रामस्वरूप और उसके खेत में ग्वार बोना बताया गया। लेकिन जांच में न तो सुदेश नाम का रामस्वरूप का कोई बेटा मिला और न ही खेत में ग्वार की फसल मिली। खेत में नरमा उगा हुआ है। इस किसान को ग्वार का बीज तैयार करने का कार्यक्रम मिला था। लेकिन ग्वार का बीज तैयार नहीं हुआ। अधिकतर क्षेत्र में नकली बीज इसी तरह तैयार हो रहे हैं।
चक 11 एलकेएस ए में एक खेत में कृषि मंत्री की छापामारी
इस गौरखधंधे में निजी के साथ सरकारी कंपनियां भी संलिप्त हैं। यह नकली बीज जब मंडियों में जाएगा तो कंपनी व फर्मंे यह बीज को उठा लेती हैं और अच्छी-अच्छी थैलियों में अपनी कंपनी-फर्मांे के नाम पर दस गुना कीमत पर किसानों को बेचती हैं। फसल को ही बीज बनाकर बेच देते हैं। उन्होंने बताया कि खेत का दो बार निरीक्षण करना होता है लेकिन बीज प्रमाणीकरण अधिकारियों ने एक बार भी निरीक्षण नहीं किया। श्रीगंगानगर में भी इसी तरह के हालात हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि जब उन्होंने श्रीगंगानगर में छापेमारी की तो कुछ लोगों ने कहा कि वे गलत बयानबाजी कर रहे हैं लेकिन वे इस बात को प्रूफ करने के लिए आए हैं। 15 दिन से उनकी टीम यहां लगी हुई थी कि बीज उगाया नहीं जाता। बीज किसानों को दिया नहीं जाता। मंडियों से ही मूंग, गेहूं, सरसों, ग्वार की खरीद की जाती है और उसे सर्टिफाइड बीज बताकर किसान को बेच दिया जाता है। किसान लूट रहा है और आर्थिक दृष्टि से टूट रहा है। उसकी फसल नहीं बढ़ पा रही। यह देश की हानि है।
एसओजी-सीबीआई से जांच की मांग | Hanumangarh News
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने इसे ऑर्गनाइज्ड क्राइम बताते हुए कहा कि उनका विभाग तो इस मामले की जांच करेगा और दोषी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। वे इस संबंध में मुख्यमंत्री से भी बात कर इस मामले की जांच एसओजी या सीबीआई से करवाने की मांग करेंगे। ऐसे लोग जिन्होंने मिलकर किसान को बर्बाद करने का काम किया है वह जेल की सीखचों में जाने चाहिएं। इस दौरान बीज प्रमाणीकरण हनुमानगढ़ उपनिदेशक श्रवण कुमार सहित अन्य अधिकारी साथ रहे। Hanumangarh News