Mussoorie landslide 2025: मसूरी। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार भारी बारिश के बाद मसूरी के झड़ीपानी क्षेत्र में भूस्खलन की समस्या बढ़ती जा रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जमीन हर दिन 2 से 3 फीट तक धंस रही है, जिससे उनका जीवन असुरक्षित हो गया है। Mussoorie News
भूस्खलन की शुरुआत 15 सितंबर की रात से हुई और अब तक जारी है। इससे सड़कें दरारें खा रही हैं और घरों की नींव कमजोर हो रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर सतर्कता और जवाबदेही की कमी का आरोप लगाया है। 15 सितंबर को इस भूस्खलन में एक नेपाली मजदूर की मौत भी हो गई थी, लेकिन अब तक कोई भू-वैज्ञानिक टीम या आपदा राहत दल मौके पर नहीं पहुंचा।
स्थानीय महिला सुशीला देवी ने बताया कि बारिश के समय उन्हें और उनके परिवार को अपने घर छोड़ना पड़ता है। बच्चों को स्कूल भेजना भी मुश्किल हो गया है। प्रशासन से सहायता का कोई ठोस इंतजाम नहीं है, जबकि मुख्यमंत्री की ओर से केवल आश्वासन ही दिया जाता है।
स्थानीय लोग प्रशासन से तत्काल राहत, सुरक्षा उपाय और आवश्यक सहायता की मांग कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। लोगों का कहना है कि क्या सरकार किसी और बड़े हादसे का इंतजार कर रही है। Mussoorie News