Happy Birthday Google: 27 सितम्बर का दिन तकनीकी दुनिया के लिए विशेष है। इसी दिन गूगल ने अपने सफ़र की शुरुआत की थी। कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क स्थित एक साधारण गैराज से उपजा यह विचार आज विश्व का सबसे लोकप्रिय खोज इंजन बन चुका है। अरबों लोग प्रतिदिन जानकारी प्राप्त करने, मार्गदर्शन लेने और अध्ययन हेतु गूगल का उपयोग करते हैं। Google Foundation Day
‘गूगल’ शब्द का रहस्य
‘गूगल’ शब्द वास्तव में गणितीय शब्द ‘गूगोल’ से प्रेरित है। गूगोल का अर्थ है – 1 के बाद 100 शून्य। यह शब्द गणितज्ञ एडवर्ड कास्नर के भतीजे मिल्टन सिरोटा द्वारा गढ़ा गया था। यही नाम गूगल की उस महत्वाकांक्षा का प्रतीक बना, जिसमें असीमित जानकारी को व्यवस्थित ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता छिपी है। गूगल की शुरुआत में इसे ‘बैकरब’ कहा जाता था। बाद में नाम बदलने की चर्चा हुई और ‘गूगोल’ शब्द सुझाया गया। पंजीकरण के समय वर्तनी की एक छोटी-सी भूल ने इसे ‘Google’ बना दिया, और यही नाम विश्वभर में प्रसिद्ध हो गया।
स्थापना और विकास
सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधार्थी, 1998 में गूगल की नींव रखी। औपचारिक रूप से इसकी स्थापना 4 सितम्बर 1998 को हुई, किन्तु कंपनी अपना स्थापना दिवस 27 सितम्बर को मनाती है।
एक गैराज से शुरू हुआ यह स्टार्टअप आज अल्फ़ाबेट इंक. की प्रमुख सहायक इकाई है। 2015 में गठित अल्फ़ाबेट के अंतर्गत अब गूगल का संचालन सुंदर पिचाई कर रहे हैं। संस्थापक ब्रिन और पेज आज भी बोर्ड के सदस्य हैं और कंपनी के दिशा-निर्देशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस प्रकार, गूगल केवल एक सर्च इंजन नहीं, बल्कि मानव ज्ञान के विस्तार की असीमित संभावनाओं का प्रतीक है। Google Foundation Day