
हाई कोलेस्ट्रॉल में नजर आने वाले लक्षण | High Cholesterol Signs
सोरायसिस: नसों में गंदा कोलेस्ट्रॉल जमने पर सोरायसिस की समस्या होने लगती है जिसे हाइपरलिपिडेमिया भी कहा जाता है। इसमें स्किन पर खुजली, लालिमा और ड्राईनेस दिखती है। सोरायसिस होने पर अगर खुजली के कारण आपने तेजी से खुजा लिया तो वहां खून भी निकल सकता है।
आंखों के आसपास असर: शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर आंखों के पास पीले या हल्के नारंगी रंग की स्किन हो जाती है, जो उभरी हुई दिखती है। अगर आंखों के आसपास की स्किन पर आपको कोई भी नया बदलाव नजर आता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं।
स्किन के रंग में बदलाव: कोलेस्ट्रॉल हाई होने पर शरीर पर बैंगनी या नीले रंग के धब्बे दिखने लगते हैं। बता दें कि ऐसा नसों के ब्लॉक होने के कारण होता है। शरीर में ब्लड फ्लो कम होने पर यह समस्या होती है जिसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है अगर आपको भी ऐसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
सूजन: हाई कोलेस्ट्रॉल में लोगों की स्किन पर सूजन भी दिखाईं देती है। कई बार सूजन लम्बे समय तक बैठे रहने के कारण भी हो सकती है। इसे नजरअंदाज बिल्कुल ना करें।
छाले: शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने पर छाले होने लगते हैं। अगर आपके शरीर पर दिखने वाले छाले इलाज के बाद भी बार बार निकल रहें हैं तो आप कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच तुरंत करवाएं।
इन चीजों को थाली में करें शामिल | High Cholesterol Signs
चिप्स की तुलना में पॉपकॉर्न है एक हेल्दी नाश्ता: पॉपकॉर्न कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए एक बेहतर स्नैक है यह फाइबर से भरा होता है और कैलोरी में कम होता है। इसलिए हमें पॉपकॉर्न का सेवन कर लेना चाहिए।
चावल से बेहतर है क्विनोआ (साबुदानाद्ध: चावल की जगह आप क्विनोआ का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्विनोआ कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए सबसे बेहतर होता है। क्विनोआ फाइबर से भरपूर होता है। एक कप क्विनोआ में 5 ग्राम डाइटरी होता है। जानकारी के लिए बता दें कि फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करते हैं और ब्लड शुगर के स्तर को भी नियंत्रित करते हैं। यह व्यक्ति के पेट को बहुत देर तक भरे रखते हैं इसलिए जल्दी जल्दी भूख नहीं लगती।
नमकीन कुरकुरे स्नैक्स से बेहतर हैं मेवे और बीज: आप नमकीन और कुरकुरे का नाश्ता करने के बजाय नट्स और बीजों का सेवन करें। दरअसल नट्स और बीज एंटीआॅक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, साथ ही ये प्लांट प्रोटीन और फाइबर के अच्छे स्रोत हैं। अगर आप नमकीन स्नैक्स की जगह मेवों का सेवन करते हैं तो आप अपने बढ़ते हुए कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं।
डार्क चॉकलेट: डार्क चॉकलेट आपके बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर देती है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि डार्क चॉकलेट हृदय संबंधी खतरे और स्ट्रोक के खतरे को कम करती है। दरअसल एक शोध के अध्ययन में पाया गया है कि सप्ताह में एक बार जरूर चॉकलेट खानी चाहिए, इससे धमनियों के बंद होने का खतरा 8 प्रतिशत कम हो जाता है। डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनॉयड्स रक्त वाहिकाओं को आराम देता है। अगर शाकाहारी भोजन करना पसंद नहीं करते हैं तो आपको एक सप्ताह में शाकाहारी भोजन जरूर करना चाहिए। सही पोषक के लिए आप सलाद, मौसमी सब्जियां और फल, मेवे एवं बीज का सेवन करें।
मक्खन की बजाय आॅलिव आॅयल (जैतून का तेल): वैसे तो मक्खन का स्वाद लाजवाब होता है, लेकिन दु:ख की बात यह है कि मक्खन सैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है, जो दिल के लिए हानिकारक हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखने के लिए आप अपनी डाइट में मक्खन की जगह ओलिव आॅयल का इस्तेमाल करें क्योंकि इसमें हेल्दी फैट होता है। जानकारी के लिए बता दें कि ओलिव आॅयल आपके शरीर को और भी कई बीमारियों से बचाता है।
आइस्क्रीम की जगह खाएं फ्रोजन योगर्ट: गर्मियों में अधिकतर लोग आइसक्रीम ही खाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आइसक्रीम हमारे शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है। दरअसल जिन लोगों को आइसक्रीम खाने से खुद को रोकना मुश्किल होता है उनके लिए फ्रोजन योगर्ट एक बहुत ही बढ़िया विकल्प है। इसमें बहुत ही कम कैलोरी और कम ही शुगर होती है और यह आपके कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। आप आइसक्रीम की जगह फ्रोजन योगर्ट खाएं और आपके घर पर ही बनाएं और इसमें ताजा फल या नट्स मिक्स करके खाएं।
नोट:-इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीकों और दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, सच कहूं इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह की किसी भी उपचार दवा या डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले अपने किसी संबंधी एक्सपर्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।