Washington Budget Dispute: वॉशिंगटन। अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी एक बार फिर राजनीतिक टकराव का केंद्र बन गई है। संसद में बजट प्रस्ताव पर सहमति न बन पाने के कारण संघीय सरकार का कार्य अस्थायी रूप से ठप कर दिया गया है। इस “शटडाउन” को लेकर सत्तारूढ़ रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दलों के बीच तीखी बयानबाज़ी छिड़ गई है। US Government News
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जहां इसके लिए प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार ठहराया है, वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने रिपब्लिकन नेतृत्व पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि जनता की आवश्यकताओं की अनदेखी उनकी नीतियों का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन की बागडोर अपने हाथों में होने के बावजूद रिपब्लिकन दल आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने में असफल रहा है।
कांग्रेस सदस्य शोंटेल ब्राउन ने कहा कि यह बंद रिपब्लिकन सरकार की नाकामी का परिचायक है। उनके अनुसार, स्वास्थ्य सेवाओं और सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता देने के बजाय सत्ताधारी दल ने देश को अनिश्चितता की स्थिति में धकेल दिया। US Government News
बिल पारित कराने में विफलता, शासन की अक्षमता
इसी तरह, कांग्रेस सदस्य जैस्मिन क्रॉकेट ने भी रिपब्लिकन दल पर “अव्यवस्था को चुनने” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संसद और सीनेट दोनों में बहुमत होने के बावजूद बिल पारित कराने में विफलता, शासन की अक्षमता को दर्शाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह शटडाउन जितनी देर तक जारी रहेगा, उतना ही इसका असर आम नागरिकों पर पड़ेगा। सैन्यकर्मियों, संघीय कर्मचारियों और छोटे व्यवसायों पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा, वहीं पेंशन और पूर्व सैनिकों की सुविधाएं भी प्रभावित हो सकती हैं।
दरअसल, वित्त विधेयक पारित कराने के लिए सीनेट में 60 मतों की आवश्यकता थी, परंतु रिपब्लिकन बहुमत के बावजूद अपेक्षित समर्थन नहीं जुटा पाए। डेमोक्रेटिक नेताओं और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हालिया बैठक भी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। इस राजनीतिक खींचतान के बीच अमेरिकी जनता को सरकारी सेवाओं में बाधा और असुरक्षा की स्थिति झेलनी पड़ रही है। US Government News