Chewing Betel Leaves: अनु सैनी। क्या आप जानते हैं कि सुबह उठकर बासी मुंह पान का पत्ता चबाना आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है? अक्सर लोग पान को सिर्फ मीठे या बनारसी पान तक ही सीमित मानते हैं, लेकिन असल में यह साधारण सा पत्ता सेहत के खजाने से भरा हुआ है। प्राचीन समय से ही पान का पत्ता आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसमें कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो पाचन से लेकर इम्यूनिटी तक को मजबूत बनाने का काम करते हैं।
पान का पत्ता: स्वाद और सेहत का मेल | Chewing Betel Leaves
भारत में पान का पत्ता परंपरा और संस्कृति से जुड़ा हुआ है। शादी-ब्याह से लेकर पूजा-पाठ तक हर शुभ काम में इसका इस्तेमाल होता है। लेकिन धार्मिक महत्व के अलावा यह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहद खास है। इसमें विटामिन C, थायमिन, कैरोटीन, नियासिन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त
अगर आपको अक्सर गैस, एसिडिटी या पेट फूलने की समस्या रहती है, तो पान का पत्ता आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है। इसमें मौजूद तत्व पाचन क्रिया को तेज करते हैं और पेट की गड़बड़ियों से छुटकारा दिलाते हैं। सुबह बासी मुंह इसका सेवन करने से ब्लोटिंग की समस्या कम होती है और भोजन आसानी से पच जाता है।
दांत और मसूड़ों की सुरक्षा
मुंह की दुर्गंध और मसूड़ों की समस्या से परेशान लोगों के लिए पान का पत्ता किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। यह मसूड़ों को मजबूत बनाता है और दांतों को लंबे समय तक हेल्दी रखता है। पुराने समय में लोग पान के पत्ते को प्राकृतिक टूथपेस्ट की तरह इस्तेमाल करते थे।
सर्दी-खांसी में असरदार
सर्दी-जुकाम या खांसी की समस्या में पान का पत्ता काफी राहत देता है। अगर इसे हल्का गर्म करके सीने पर रखा जाए तो बलगम ढीला होता है और सांस लेने में आसानी होती है। सरसों के तेल या घी के साथ गर्म किया हुआ पान का पत्ता छाती पर लगाने से जकड़न और कंजेशन से तुरंत आराम मिलता है।
इम्यूनिटी को बनाए मजबूत
पान के पत्ते में मौजूद एंटीआॅक्सीडेंट्स शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। अगर इसे नियमित रूप से खाया जाए तो शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो जाता है। इससे संक्रमण और एलर्जी की समस्या भी कम होती है।
सांस संबंधी समस्याओं का इलाज
जिन लोगों को अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या सांस फूलने जैसी समस्या होती है, उनके लिए पान का पत्ता काफी फायदेमंद है। यह फेफड़ों की सफाई करने में मदद करता है और कफ को ढीला करता है। इसकी वजह से सांस लेने में आसानी होती है और श्वसन तंत्र मजबूत होता है।
त्वचा और घावों में लाभकारी
पान का पत्ता त्वचा संबंधी समस्याओं में भी कारगर है। इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक गुण घाव को जल्दी भरने में मदद करते हैं। छोटे कट या जलन पर पान का पत्ता लगाने से इंफेक्शन नहीं फैलता और घाव जल्दी ठीक हो जाता है। इसके अलावा यह खुजली और रैशेज की समस्या को भी कम करता है।
पान का पत्ता खाने का सही तरीका
पान के पत्ते का सेवन तभी लाभकारी होता है जब इसे सही तरीके से खाया जाए। सुबह उठकर बासी मुंह एक ताजा पान का पत्ता चबाना सबसे अच्छा तरीका है। ध्यान रखें कि इसका सेवन बिना चूना, कत्था या सुपारी मिलाए करें, वरना इसके फायदे कम हो सकते हैं।
नोट:-इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीकों और दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, सच कहूं इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह की किसी भी उपचार दवा या डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले अपने किसी संबंधी एक्सपर्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।