Haryana-Punjab Weather:हिसार सच कहूँ/संदीप सिंहमार। पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों पर अक्टूबर की शुरूआत में ही बर्फबारी शुरू होने से उत्तरभारत के हरियाणा व पंजाब में समय से पहले सर्दी की दस्तक हो गई है। आमतौर पर अक्टूबर के अंत या नवंबर की शुरूआत में पहली बर्फबारी होती है,लेकिन इस बार गुलमर्ग की ऊपरी चोटियों पर 2 और 3 अक्टूबर को इस सीजन की पहली बर्फबारी हो चुकी है। इसके बाद से ही क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। हालांकि मैदानी इलाकों से बारिश का दौर खत्म हो चुका है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में अच्छी बर्फबारी और बारिश हुई। यह बदलाव दो प्रमुख मौसम प्रणालियों के संयुक्त असर से हुआ, जिसमें एक पश्चिमी विक्षोभ जो उत्तर पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय था और दूसरा चक्रवाती परिसंचरण जो हरियाणा के ऊपर बना हुआ था। इसके अलावा अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी भरी हवाओं ने भी पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में मौसम गतिविधियों को और तेज कर दिया, जिससे उत्तरी मैदानी इलाकों में गरज-चमक और बारिश हुई।
गुलमर्ग बर्फ की सफेद चादर में लिपटा | Haryana-Punjab Weather
स्काईमेट वेदर के मुताबिक लोकप्रिय स्कीइंग स्थल गुलमर्ग अब बर्फ की सफेद चादर में ढका हुआ है, जिससे यहां सर्दियों का जादू आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है। जोजिला पास, सोनमर्ग और गुरेज घाटी जैसे अन्य दर्शनीय स्थलों पर भी अच्छी मात्रा में बर्फबारी हुई है। इन इलाकों की बफीर्ली खूबसूरती ने सैलानियों और स्थानीय लोगों दोनों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है।
अब रहेगा शुष्क और धूप वाला मौसम
स्काइमेट वेदर के अनुसार अब पश्चिमी हिमालय में किसी बड़ी बर्फबारी की संभावना नहीं है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ अब पूर्व की ओर सरक रहा है। आने वाले एक हफ्ते तक कोई नया मौसमीय तंत्र इस क्षेत्र में सक्रिय नहीं होगा। इसलिए आने वाले दिनों में पहाड़ी इलाकों का मौसम शुष्क, धूप वाला और साफ रहेगा।आमतौर पर पश्चिमी विक्षोभ अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से हिमालयी क्षेत्रों की ओर बढ़ने लगते हैं। तभी बारिश और बर्फबारी की गतिविधियाँ फिर से तेज होती हैं। तब तक क्षेत्र का मौसम सुहाना, शांत और बर्फबारी के बाद का मनमोहक बना रहेगा-यानी फिलहाल सर्दी की शुरूआत का आनंद लेने का यह बेहतरीन समय है।