ED Raids Today: कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले को लेकर ईडी का श्रीसन फार्मा के सात ठिकानों पर छापेमारी

ED Raids Sresan Pharma in Chennai: चेन्नई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत चेन्नई स्थित श्रीसन फार्मा और उससे जुड़े सात ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई उस कोल्ड्रिफ कफ सिरप प्रकरण (Coldrif cough syrup case) से जुड़ी है, जिसमें मध्य प्रदेश और राजस्थान में 20 से अधिक बच्चों की मृत्यु हो चुकी है। ED Raids Today

अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी में तमिलनाडु औषधि नियंत्रण विभाग के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के आवास और कार्यालय भी शामिल हैं। जांच दल वित्तीय लेन-देन, उत्पादन से जुड़े अभिलेखों और नियामकीय स्वीकृतियों से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल कर रहा है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने के बाद कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी। इन घटनाओं में 20 से अधिक मासूमों की जान चली गई, जिनमें अधिकांश की उम्र पाँच वर्ष से भी कम थी।

छापेमारी श्रीसन फार्मा के विरुद्ध चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में

ईडी ने यह छापेमारी श्रीसन फार्मा के विरुद्ध चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में की है। सूत्रों के अनुसार, कंपनी के खातों और लेन-देन में कई संदिग्ध प्रविष्टियाँ मिली हैं। यह भी संदेह है कि कंपनी ने गलत वित्तीय जानकारी देकर अपने उत्पादन लाइसेंस को लंबे समय तक बनाए रखा। ED Raids Today

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की जांच में पाया गया कि श्रीसन फार्मा द्वारा निर्मित कफ सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) नामक अत्यंत विषैला रासायनिक पदार्थ मिला हुआ था। यही तत्व बच्चों की मौत का प्रमुख कारण बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, श्रीसन फार्मा को वर्ष 2011 में तमिलनाडु खाद्य एवं औषधि प्रशासन (TNFDA) से औषधि निर्माण की अनुमति मिली थी। इसके बावजूद कंपनी ने कई वर्षों तक सुरक्षा मानकों की अवहेलना करते हुए उत्पादन जारी रखा।

इस प्रकरण के खुलासे के बाद, श्रीसन फार्मा के स्वामी जी. रंगनाथन को 9 अक्टूबर को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब प्रवर्तन निदेशालय यह जांच कर रहा है कि क्या कंपनी ने अपने अवैध मुनाफे को धनशोधन के ज़रिए अन्य क्षेत्रों में निवेश किया। ED Raids Today