Haryana News: हरियाणा आईपीएस अधिकारी मामले में प्रकाश अंबेडकर का विवादित बयान

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Prakash Ambedkar’s Controversial Statement: चंडीगढ़। हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार का मामला (Haryana IPS officer case) राज्य में गहरी हलचल पैदा कर गया है। इस घटना के बाद वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने बुधवार को एक विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट के माध्यम से सनातन धर्म की तुलना अस्पृश्यता से की और दावा किया कि इस धर्म में अस्पृश्यता पर विश्वास है। उनके अनुसार, सनातन धर्म में लोगों के प्राण लेने जैसी मानसिकता भी विद्यमान है। Haryana News

वाई. पूरन कुमार, 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी, ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित अपने आधिकारिक आवास पर कथित तौर पर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। वे हाल ही में सुनारिया जेल के अधीक्षक पद पर तैनात किए गए थे। पूरन कुमार दलित समुदाय से थे। पुलिस ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने अपनी सर्विस पिस्तौल से खुद को गोली मार ली, जिससे मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई।

अधिकारी ने अपने नौ पन्नों के ‘अंतिम नोट’ में 15 वर्तमान और पूर्व अधिकारियों के नाम लिए हैं, जिससे राज्य पुलिस प्रशासन पर जातिवाद और पक्षपात के आरोप उठ रहे हैं। मामले ने तब और संवेदनशील रूप लिया जब 14 अक्टूबर को रोहतक के साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप लाठर ने भी अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। लाठर ने अपने नोट और वीडियो में पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।

हालांकि, पूरन कुमार के परिवार का कहना है कि अधिकारी पर लगातार दबाव था और इसी कारण उन्होंने यह दुखद कदम उठाया। हरियाणा सरकार ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, जबकि विपक्ष ने इसे दलित उत्पीड़न का प्रतीक बताया है। घटना के नौवें दिन पूरन कुमार के परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए सहमति दे दी है। Haryana News