
Vodafone Idea Share Price Today: नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के बाद संकटग्रस्त दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया के पुनरुद्धार की उम्मीदें फिर से बढ़ गई हैं। सोमवार के दोपहर सत्र में कंपनी के शेयरों में लगभग 10 प्रतिशत तक की उछाल देखने को मिली। उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार को वोडाफोन आइडिया के एजीआर (समायोजित सकल राजस्व) से जुड़ी मांगों के पुनर्मूल्यांकन की अनुमति दी है। इस फैसले के बाद कंपनी के शेयर ₹10.50 प्रति शेयर से बढ़कर पिछले एक वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुँच गए। Vodafone Idea Stock
मामला वोडाफोन आइडिया की उस याचिका से संबंधित था जिसमें दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा ₹9,450 करोड़ की अतिरिक्त मांग को चुनौती दी गई थी। अदालत ने कहा कि इस विषय पर अंतिम निर्णय एक नीतिगत मामला है, जो सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। गौरतलब है कि सरकार पहले ही डेट-टू-इक्विटी स्वैप के ज़रिए कंपनी में लगभग 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ले चुकी है, जिससे वह अब इसका प्रमुख शेयरधारक बन गई है।
विशेषज्ञों की राय
आईएनवीएसेट पीएमएस के बिजनेस हेड हर्षल दासानी के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट की मंज़ूरी वोडाफोन आइडिया के लिए एक टर्निंग पॉइंट है। इससे कंपनी पर मंडराते दिवालियापन के खतरे में कमी आई है और निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि “यह स्पष्ट नहीं है कि बकाया का कितना हिस्सा स्थगित होगा, कितना माफ़ किया जाएगा या कितना इक्विटी में बदला जाएगा।”
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज की क्रांति बथिनी का मानना है कि यह फैसला शेयरधारकों के लिए राहतभरा ज़रूर है, लेकिन कंपनी की स्थिति अभी पूरी तरह सुधरी नहीं है। उन्होंने बताया कि अगस्त में कंपनी ने 3.09 लाख ग्राहक खोए, जबकि उसके ARPU (प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व) में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
निवेशकों के लिए सलाह | Vodafone Idea Stock
वोडाफोन आइडिया अभी भी एक उच्च-जोखिम और घटना-आधारित स्टॉक है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशक फिलहाल अल्पकालिक अवसरों पर नज़र रखें और दीर्घकालिक निवेश से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिरता और पूंजी प्रवाह की स्थिति स्पष्ट होने का इंतज़ार करें। दासानी ने कहा, “यह फैसला आत्मविश्वास तो बढ़ाता है, लेकिन असली सुधार तभी संभव है जब कंपनी ग्राहक आधार, राजस्व और पूंजी निवेश के मोर्चे पर मज़बूती दिखाए।”
अस्वीकरण: समाचार में दिए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विशष व ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, सच कहूँ इसकी पुष्टि नहीं करता है। निवेशकों को हमारी सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञों से जाँच पड़ताल अवश्य कर लें, क्योंकि बाजार जोखिमों के अधीन है।














