नई दिल्ली। देश की सर्वोच्च संवैधानिक पदाधिकारी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को वायुसेना के अत्याधुनिक राफेल लड़ाकू विमान में विशेष प्रशिक्षण उड़ान भरी। यह उड़ान हरियाणा के अंबाला स्थित प्रतिष्ठित वायुसेना स्टेशन से संचालित की गई, जहाँ सुबह से ही सभी औपचारिक तैयारियाँ पूरी कर ली गई थीं। President Draupadi Murmu
राष्ट्रपति मुर्मू के आगमन पर वायुसेना के शीर्ष अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। उड़ान के दौरान उन्हें राफेल विमान की क्षमता, सुरक्षा प्रणालियों और आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी गई। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इस ऐतिहासिक क्षण का सीधा प्रसारण भी किया। मंत्रालय के अनुसार, यह अभियान उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा का संदेश है, जो सेना, वायुसेना और रक्षा क्षेत्र में योगदान देने का सपना देखती हैं। इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह भी मौजूद रहे।
President Droupadi Murmu takes a sortie in a Rafale in Ambala, Haryana | @rashtrapatibhvn https://t.co/dnJ8QLW86e
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) October 29, 2025
राष्ट्रपति मुर्मू, जो सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर हैं, इससे पहले भी लड़ाकू विमान में उड़ान भर चुकी हैं। वर्ष 2023 में उन्होंने असम के तेजपुर वायुसेना स्टेशन से सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरकर इतिहास रचा था।
राफेल की विशेषताएँ | President Draupadi Murmu
फ्रांस में निर्मित राफेल विमान भारतीय वायुसेना की सामरिक क्षमता को कई गुना बढ़ाने के लिए जाना जाता है। सितंबर 2020 में अंबाला में पहली पांच राफेल विमानों को ’गोल्डन एरो’ स्क्वाड्रन में शामिल किया गया था। यह विमान लंबी दूरी तक सटीक प्रहार करने और किसी भी मौसम में अभियान संचालित करने की क्षमता रखता है। राष्ट्रपति की यह उड़ान न केवल भारतीय वायुसेना की शक्ति का प्रतीक है, बल्कि देश में महिला सशक्तिकरण और नेतृत्व के नए आयामों को भी दर्शाती है।















