बोर्ड ने एक आढ़ती का लाइसेंस अस्थायी रूप से निलंबित किया
- किसानों के शोषण पर मंडी बोर्ड सख्त, सोशल मीडिया वीडियो से खुलासा
नाभा (सच कहूँ/तरुण कुमार शर्मा)। Nabha News: धान के सीजन में किसानों के शोषण की घटनाओं की जानकारी मिलते ही मंडी बोर्ड ने सख्त कार्रवाई करते हुए नाभा के आठ आढ़तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है। इन पर किसानों की फसल की तौल में गड़बड़ी के आरोप सिद्ध होने पर सात फर्मों पर भारी आर्थिक जुर्माना लगाया है, जबकि एक आढ़ती का लाइसेंस सीमित अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है।
यह मामला नाभा के अधीन आने वाले गुरदित्तपुरा और छीटांवाला गांवों के खरीद केंद्रों से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में भारतीय किसान यूनियन के उप-प्रधान ने आरोप लगाया कि गुरदित्तपुरा केंद्र पर दो आढ़तियों की फर्मों ने किसानों की फसल को सरकारी मानकों से अधिक तौला। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने मंडी में रात को तौली गई फसल की जांच की, तो लगभग हर कट्टे में 500 से 700 ग्राम तक अधिक तौल पाई गई। Nabha News
किसान नेताओं ने सरकार से मांग की कि मंडियों में किसानों के शोषण की घटनाओं पर तत्काल रोक लगाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। दूसरी ओर, आरोपित फर्मों के मालिकों ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को दिए बयान में अपनी गलती स्वीकार की, लेकिन यह भी कहा कि घटना के समय वे स्वयं मौजूद नहीं थे और यह सब मजदूरों की गलती से हुआ। उनका कहना था कि भरा हुआ माल सीधे सेलर के पास चला जाता है, जिससे उन्हें कोई सीधा लाभ नहीं होता।
मंडी बोर्ड ने की त्वरित कार्रवाई | Nabha News
जैसे ही मंडी बोर्ड को दोनों खरीद केंद्रों पर हो रही अनियमितताओं की जानकारी मिली, वह तुरंत हरकत में आया और संबंधित आढ़तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई। मंडी समिति नाभा के सचिव अमित कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि गुरदित्तपुरा और छीटांवाला केंद्रों के आठ आढ़तियों की फर्मों पर कुल 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है, जबकि एक फर्म का लाइसेंस अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है। सचिव अमित कुमार ने स्पष्ट चेतावनी दी कि पंजाब सरकार के निदेर्शों के अनुसार मंडियों में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। यदि कोई व्यक्ति या संस्था किसानों की मुश्किलें बढ़ाता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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