पराली जलाने के 4 नए मामले आये
कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Kaithal News: आंखों में जलन, सांसों में घुटन, नजर और मंजर के बीच धुआं, ये आलम आज कल कैथल जिले में देखने को मिल रहा है। आसमान को प्रदूषण की चादर ने ढक लिया है। कैथल में वायु प्रदुषण अब खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। जिस वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दो दिनों पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर कम था, लेकिन शनिवार को एक्यूआइ फिर से बढ़ गया जो रविवार को भी बढ़कर 400 के करीब पहुंच गया। विशेषज्ञों के अनुसार 200 से ऊपर एक्यूआइ का स्तर खराब माना जाता है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को जिले में एक्युआइ 100 के करीब आ गया था लेकिन रविवार सुबह 350 से शुरू हुआ एक्युआइ शाम होते होते 391 तक चला गया है। इससे पहले दीपावली पर भी 300 से ऊपर एक्युआइ चला गया था जोकि आमजन के लिए दिक्क्कते पैदा कर रहा है। वही कैथल के पडोसी जिले जींद की बात कि जाये तो इसका एक्यूआई भी रविवार को 300 से ऊपर रहा।
फसल अवशेष जलाने के चार मामले आये | Kaithal News
एक्यूआइ का स्तर बढने के अनेक कारण है जिनमे धूल का उड़ना, कचरे में आगजनी और धन के अवशेष जलाना मुख्यत होते है। शहर में कई स्थानों पर सरेआम कचरें में आग लगाई जाती हैं लेकिन नगर परिषद की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। इसके अलावा जिले में धान के अवशेष जलाने के भी चार मामले सामने आये है, जिनमे एक गुहला, एक कलायत और दो राजौंद में पाए गये है। जिले में अब तक 17 मामले सामने आ चुके है जिनमे 35 हजार से ऊपर जुर्माना लगाया जा चुका है। बता दे कि धान के अवशेष जलाने से रोकने के लिए जिले में 272 टीमें लगाई गयी है जो लगातार किसानों को जागरूक कर रही है।
प्रदूषण की मार झेल रहे कैथल वासियों ने कहा कि लोगों को प्रदूषण की वजह से कई तरह की परेशानी हो रही हैं. पिछले कुछ दिनों में सांस लेने और गले में संक्रमण के साथ आंखों में जलन ज्यादा हो रही है | हवा में हमेशा धूल और गंदगी रहती है जिस कारण आंखें लाल हो जाती हैं और उनमें जलन होने लगती है | ऐसे में हालात ये है कि अस्पतालों में बड़ी बड़ी लाइन लग रही है। पिछले कुछ दिनों से ओपीडी में वृद्धि हुई है। Kaithal News
इस तरह रहा रविवार को एक्युआइ
समय कैथल जींद 
सुबह 2 बजे 358 329
सुबह 5 बजे 344 319
सुबह 10 बजे 354 307
दोपहर 12 बजे 318 310
दोपहर 3 बजे 331 311
शाम 5 बजे 391 318
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