हिसार के ब्लॉक सलेमगढ़ की माता लक्ष्मीबाई इन्सां के मरणोपरांत शरीरदान के दौरान दी गई नम आंखों से अंतिम विदाई

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हिसार के ब्लॉक सलेमगढ़ की माता लक्ष्मीबाई इन्सां के मरणोपरांत शरीरदान के दौरान दी गई नम आंखों से अंतिम विदाई
हिसार ((सच कहूँ/श्याम सुंदर सरदाना))। लेकर कहाँ कुछ वापिस जाना, ये शरीर भी दान है- इसी बात को चरित्रार्थ करते हुए ब्लाक सलेमगढ़ की माता लक्ष्मी बाई इन्सां अपना नाम देहदानियों की श्रेणी में लिखवा गई हैं। गांव पीरांवाली ब्लॉक सलेमगढ़ की पूजनीय माता लक्ष्मीबाई इन्सां मरणोपरांत देहदानी के रूप में सदा याद की जाएंगी। सेवा, समर्पण और इंसानियत की मिसाल बनीं लक्ष्मीबाई इन्सां ने जीवनकाल में ही शरीरदान का फार्म भर रखा था। Hisar News
रविवार को उनके निधन के उपरांत परिवार ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए शरीर दान कर मानवता की मिसाल पेश की। लक्ष्मीबाई इन्सां के पार्थिव शरीर को वर्ल्ड कॉलेज आॅफ मेडिकल साइंस, गरावर झज्जर में शोध हेतु सौंपा गया। जैसे ही उनकी देह को एंबुलेंस से रवाना किया गया, पूरा वातावरण ‘लक्ष्मीबाई इन्सां अमर रहें’ के नारों से गूंज उठा। उपस्थित साध संगत और शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर कमेटी के सदस्यों ने नम आंखों से गर्व पूर्वक माता को अंतिम विदाई दी।
लक्ष्मीबाई इन्सां के पुत्र आत्म सिंह इन्सां ने बताया कि माता जी जीवनभर सेवा कार्यों में अग्रणी रहीं और हमेशा कहा करती थी कि ‘मेरे जाने के बाद मेरा शरीर मेडिकल शोध के काम आए।’ उनकी इस प्रेरणादायी सोच को परिजनों ने पूरा कर समाज में मानवता की एक नई मिसाल कायम की।

सेवा कार्यों में हमेशा अग्रणी रहीं माता लक्ष्मीबाई इन्सां | Hisar News

लक्ष्मीबाई इन्सां जीवनकाल में डेरा सच्चा सौदा की अनेक सामाजिक मुहिमों से जुड़ी रहीं। वे पौधारोपण, पक्षियों के लिए ठिकाना बनाना, सफाई अभियान और अन्य मानवता भरे कार्यों में सदैव सक्रिय रहीं। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से प्रभावित होकर लाखों श्रद्धालु मरणोपरांत शरीर दान के लिए आगे आ रहे हैं। अब तक लगभग तीन हजार डेरा श्रद्धालुओं ने देहदान कर मानवता की सेवा की है, जबकि लाखों ने स्वेच्छा से शरीर दान फॉर्म भर रखा है। इस अवसर पर ब्लॉक सलेमगढ़, गंगवा, हिसार सहित विभिन्न समितियों के जिम्मेवार भाई-बहन, साध-संगत और क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद रहे। सभी ने माता लक्ष्मीबाई इन्सां के प्रेरणादायक जीवन को नमन करते हुए उन्हें सेवा, समर्पण और देहदान की प्रेरणा स्रोत बताया। Hisar News