व्यासपुर सच कहूं राजेंद्र कुमार। आयुक्त अम्बाला मंडल संजीव वर्मा व उपायुक्त एवं कपाल मोचन तीर्थ श्राईन बोर्ड के मुख्य प्रशासक पार्थ गुप्ता ने मेला कपाल मोचन से जुड़े अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र के तीनों सरोवरों ऋण मोचन, कपालमोचन, सुरजकुंड का निरीक्षण किया और मेला कपाल मोचन में श्रद्घालुओं को दी जा रही सुविधाओं का जायजा भी लिया ताकि तीर्थ राज कपाल मोचन में देश के विभिन्न स्थानों से आने वाले विभिन्न धर्मों के श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। श्री कपाल मोचन मेले में चौथे दिन श्रद्धालु भारी संख्या में देश के विभिन्न राज्यों से तीनों पवित्र सरोवरों में स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन एवं श्राईन बोर्ड का प्रयास है कि कपाल मोचन मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं मिले इसलिए मेले के सफल संचालन के लिए विभिन्न विभागों द्वारा अपने विभाग से सम्बन्धित सभी प्रबंध किए गए हैं। मेले में प्रशासन द्वारा स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है व श्रद्धालुओं को समस्त बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं और मेला के चारों सैक्टरों में सीसीटीवी कैमरों की मदद से भी नजर रखी जा रही है। मेले में आए श्रद्धालु सूचना जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर आनंद ले रहे हैं।
तीर्थराज श्री कपाल मोचन मेला में प्रशासन एवं श्राइन बोर्ड किए गए प्रबंधों एवं व्यवस्थाओं की श्रद्धालुओं द्वारा सराहना की जा रही है। श्री कपाल मोचन मेले में देश के विभिन्न राज्यों से मेले के चौथे दिन देर रात तक 6 लाख से अधिक की संख्या में श्रद्धालु यहां के पवित्र सरोवरों में स्नान करने के लिए पहुंच चुके हैं। प्रशासन द्वारा मेला में किए गए प्रबंधों का यहां पहुंचे श्रद्धालुओं एवं यात्रियों द्वारा भी प्रशासन की जमकर प्रशंसा की जा रही है। श्रद्धालुओं का कहना है कि सरकार एवं प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए बहुत ही अच्छे प्रबंध एवं व्यवस्थाएं की गई है। कपाल मोचन के तीनों पवित्र सरोवरों में स्वच्छ जल व साफ-सफाई का विशेष प्रबंध प्रशासन द्वारा किया गया है। इसके अलावा सुरक्षा के लिए मेले के चप्पे-चप्पे पर पुलिस कर्मचारी तैनात है। इसी प्रकार लुधियाना से आई बीबी जगीर कौर, सतनाम कौर, जोगा सिंह, अवतार सिंह आदि ने भी सरकार एवं प्रशासन व श्राईन बोर्ड द्वारा मेला में किए गए प्रबंधों की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिजली, पानी व साफ-सफाई आदि की बेहतरीन व्यवस्था मेले में देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि श्रद्घालुओं की सुविधाओं के लिए किए गए प्रबंध काबिले तारीफ है।
गौरतलब है कि मेले में किए गए प्रबंधों और व्यवस्थाओं पर उपायुक्त पार्थ गुप्ता स्वयं नजर रख रहे है। उन्होंने बताया कि तीर्थराज कपाल मोचन में कपाल मोचन, ऋण मोचन व सुरजकुण्ड सरोवर है और इस तीर्थ स्थल पर आकर व सरोवरों में स्नान करने से पापों का मोचन होता है तथा मनचाही मन्नतें पूरी होती है। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन यात्रियों एवं श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा देने पर खरा उतरेगा क्योंकि जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों ने पूरी लगन, मेहनत व योजनाबद्ध तरीके से सभी प्रकार के प्रबंध समय रहते पूर्ण किए हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन का यह भरसक प्रयास है कि श्रद्धालुओं एवं यात्रियों की सुविधा के लिए किए गए प्रबंधों में कोई कोर-कसर बाकी न रहे और वे मेला कपाल मोचन से वापिस जाते हुए अपने साथ मीठी यादें लेकर जाएं। विभागों के सभी अधिकारी आपसी तालमेल के साथ मेला प्रबंधों में एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। तीनों पवित्र सरोवरों-कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरजकुंड सरोवर के घाटों पर सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि श्रद्धालु/यात्री जिस मनोकामना की पूर्ति के लिए मेला में आए वह उनकी मनोकामना पूरी हो। इस मौके पर एडीसी नवीन आहूजा, व्यासपुर के एसडीएम एवं मेला प्रशासक जसपाल सिंह गिल, रादौर के एसडीएम नरेन्द्र कुमार, छछरौली के एसडीएम रोहित कुमार, डीडीपीओ नरेन्द्र सिंह, डीआरओ तरुण सहोता, बीडीपीओ व्यासपुर एवं मेला अधिकारी आस्था गर्ग, एआईपीआरओ मनोज पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।















