Election Process Controversy: चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक माहौल एक बार फिर गर्म हो गया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राजधानी दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाते हुए मतों में हेरफेर के आरोप लगाए। उनके आरोपों के बाद हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (Haryana Chief Electoral Officer) कार्यालय ने चुनाव से जुड़े आधिकारिक तथ्यों की जानकारी साझा करते हुए स्थिति स्पष्ट की। Election Petition Haryana News
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के आधिकारिक एक्स हैंडल पर जारी पोस्ट के अनुसार, राज्य की मसौदा मतदाता सूचियाँ 2 अगस्त 2024 को सार्वजनिक की गईं और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराई गईं। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अवधि के दौरान चार लाख से अधिक दावे और आपत्तियाँ प्राप्त हुईं। राज्य में कुल 20,629 बूथ लेवल अधिकारियों ने मतदाता सूची कार्यों में भाग लिया।
अंतिम मतदाता सूची 27 अगस्त 2024 को राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई
अधिकारियों के अनुसार, अंतिम मतदाता सूची 27 अगस्त 2024 को तैयार कर राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई। न तो जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के आदेशों के विरुद्ध कोई अपील दायर हुई और न ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी तक दूसरी अपील पहुँची। नाम वापसी की निर्धारित तिथि तक सूची को अंतिम रूप दिया गया और 16 सितंबर को इसे सभी प्रत्याशियों को उपलब्ध करा दिया गया। Election Petition Haryana News
चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अन्य आँकड़ों का भी खुलासा किया गया। राज्य में कुल 20,632 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे, जबकि 1,031 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। इन प्रत्याशियों ने मिलकर 86,790 मतदान अभिकर्ता नियुक्त किए। मतदान के अगले दिन की गई जाँच में किसी भी उम्मीदवार द्वारा कोई आपत्ति नहीं उठाई गई। मतगणना के लिए 10,180 अभिकर्ता तैनात किए गए। रिटर्निंग अधिकारी को मतगणना के दौरान केवल पाँच शिकायतें प्राप्त हुईं। परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित हुए, जिसके बाद 23 चुनाव याचिकाएँ दायर की गईं।
उधर, राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि हरियाणा में कांग्रेस को मिली बढ़त को कथित रूप से परिणामों में उलट दिया गया। उनके बयान के बाद यह मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है और दोनों पक्ष अपने-अपने तर्कों को मजबूती से सामने रख रहे हैं। Election Petition Haryana News















