
UP Expressway News: गाजियाबाद अनु सैनी। उत्तर प्रदेश देश का ऐसा राज्य बनता जा रहा है जहां सबसे अधिक एक्सप्रेसवे हैं। अब प्रदेश में 8 नए हाईटेक एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है। इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने के बाद करीब 30 जिलों की सड़क कनेक्टिविटी पूरी तरह बदल जाएगी। ये सड़कें प्रदेश के औद्योगिक, धार्मिक और पर्यटन विकास को नई रफ्तार देंगी।
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे– धार्मिक पर्यटन को देगा नया आयाम | UP Expressway News
प्रदेश का पहला लिंक एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले को वाराणसी और बांदा से जोड़ेगा। लगभग 120 किमी लंबा यह प्रोजेक्ट जुलाई 2025 में स्वीकृत किया गया है और 2026 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मार्ग से चित्रकूट धाम तक पहुंचना आसान होगा और धार्मिक यात्रा व पर्यटन गतिविधियों को बड़ी बढ़त मिलेगी।
जालौन-बुंदेलखंड लिंक एक्सप्रेसवे – बढ़ेगी स्थानीय अर्थव्यवस्था
जालौन जिले को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 115 किमी लंबा नया हाईवे तैयार किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग-27 के किनारे बनाया जाएगा। शुरुआत में इसे 4 लेन का बनाया जाएगा जिसे आगे चलकर 6 लेन में अपग्रेड किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 63 गांवों की भूमि अधिग्रहित की जाएगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और जमीन के मूल्य में बढ़ोतरी की संभावना है।
विंध्य एक्सप्रेसवे – विकास की रीढ़ बनेगा यह प्रोजेक्ट
विंध्य क्षेत्र के विकास के लिए 320 किमी लंबा एक्सप्रेसवे तैयार किया जा रहा है, जो प्रयागराज से शुरू होकर मिर्जापुर, वाराणसी और चंदौली होते हुए सोनभद्र तक जाएगा। 23,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह प्रोजेक्ट अगले 2 से 3 वर्षों में पूरा होगा। यह एक्सप्रेसवे विंध्य क्षेत्र को औद्योगिक और पर्यटन दृष्टि से नई पहचान देगा।
विंध्य–पूर्वांचल लिंक रोड – जोड़ेगी दो बड़े क्षेत्र
विंध्य और पूर्वांचल क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 100 किमी लंबी लिंक रोड बनाई जा रही है। यह सड़क चंदौली के पास विंध्य एक्सप्रेसवे को गाजीपुर के पास पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी। 7,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रही यह परियोजना पूर्वी उत्तर प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन को नई दिशा देगी।
गाजियाबाद-हरिद्वार एक्सप्रेसवे – दिल्ली एनसीआर से जुड़ाव होगा और मजबूत
गाजियाबाद से मेरठ तक बने एक्सप्रेसवे को अब हरिद्वार तक बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है। यह नया कॉरिडोर मेरठ में गंगा एक्सप्रेसवे से भी जुड़ जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। इससे दिल्ली-एनसीआर से हरिद्वार की यात्रा और भी तेज़ और सुविधाजनक हो जाएगी।
चित्रकूट-रीवा एक्सप्रेसवे – दो राज्यों के बीच औद्योगिक रिश्ता मजबूत करेगा
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 70 किमी लंबा एक्सप्रेसवे प्रस्तावित है, जो चित्रकूट से रीवा को जोड़ेगा। यह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा। इस प्रोजेक्ट से दोनों राज्यों के बीच व्यापार और उद्योग को नई दिशा मिलेगी।
जेवर लिंक एक्सप्रेसवे – जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को देगा पंख
सबसे चर्चित प्रोजेक्ट जेवर लिंक एक्सप्रेसवे है, जो जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को यमुना और गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की संभावना है। इसके पूरा होने पर जेवर एयरपोर्ट की पहुंच सिर्फ नोएडा ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश तक आसान हो जाएगी।
एक्सप्रेसवे से बदलेगा उत्तर प्रदेश का भविष्य
इन सभी आठों एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के पूरा हो जाने के बाद उत्तर प्रदेश देश का सबसे सशक्त सड़क नेटवर्क वाला राज्य बन जाएगा। इससे औद्योगिक निवेश, पर्यटन और व्यापार को बड़ा बढ़ावा मिलेगा, और राज्य की अर्थव्यवस्था नई ऊंचाइयों को छुएगी।














