दुनिया के बेताज बादशाह किसान मसीहा चौ. महेंद्र सिंह टिकैत की भव्य प्रतिमा का गांव सोरम में भव्य अनावरण

Muzaffarnagar
Muzaffarnagar दुनिया के बेताज बादशाह किसान मसीहा चौ. महेंद्र सिंह टिकैत की भव्य प्रतिमा का गांव सोरम में भव्य अनावरण

मुजफ्फरनगर(सच कहूँ न्यूज़)। उत्तर प्रदेस में मुजफ्फर नगर के ऐतिहासिक गाँव सौरम में 15 वर्षों बाद आयोजित 7वीं सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत में किसानों के मसीहा और बीबीसी द्वारा ‘दुनिया के बेताज बादशाह’ की उपाधि से सम्मानित चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की प्रतिमा का भव्य अनावरण किया गया। इस अवसर पर देशभर से विभिन्न खापों के चौधरी और थाम्बेदार विशाल संख्या में पहुंचे, जिससे महापंचायत का माहौल ऐतिहासिक बन गया।

महापंचायत का शुभारंभ भागवत पीठ श्री शुकदेव आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। उन्होंने कहा कि सर्वखापों का इतिहास अत्यंत गौरवशाली और यशस्वी रहा है। मुगल आक्रांताओं और ब्रिटिश शासन की दमनकारी नीतियों का मुकाबला करने में सर्वखापों ने सदैव महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वतंत्रता संग्राम में सर्वखापों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। स्वामी ओमानंद ने कहा कि लंबे समय तक चली गुलामी के दौर में सर्वखाप की स्थिति कमजोर हुई थी, परंतु इसे पुनः प्रतिष्ठित करने में किसान नेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत और चौधरी कबूल सिंह का योगदान अविस्मरणीय है।

उन्होंने खापों से आह्वान किया कि आपसी भेदभाव भूलकर संगठित हों, क्योंकि यही समय की जरूरत है। एकजुटता से किसानों का उत्थान होगा और राष्ट्र प्रगतिशील बनेगा। इससे पूर्व स्वामी ओमानंद ने यज्ञ की पूर्णाहुति कर चौ. महेंद्र सिंह टिकैत और चौ. कबूल सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया तथा उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। महापंचायत में उपस्थित चौधरी नरेश टिकैत, राकेश टिकैत सहित सभी समुदायों के चौधरी और थाम्बेदारों ने स्वामी ओमानंद को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।सभा को संबोधित करते हुए स्वामी ओमानंद ने कहा कि सौरम (शोरों) गाँव की ऐतिहासिक पहचान रही है। यहाँ स्थापित दोनों महान नेताओं की प्रतिमाएँ आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि गाँव एक परिवार है,इसे छोटा-बड़ा, अगड़ा-पिछड़ा या ऊँच-नीच के भेदों में न बांटा जाए। विनाशकारी शक्तियों को विकास में लगाना होगा, तभी समाज में समरसता और सृजनात्मकता बढ़ेगी।उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा गाँवों में बसती है। जीव, जीवन, जीविका और जैव विविधता संरक्षण की प्राकृतिक व्यवस्था ग्राम-व्यवस्था से ही संभव है। किसान देश की अर्थव्यवस्था और खाद्यान्न सुरक्षा का आधार स्तंभ है।

चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत किसानों का मुकुट, गौरव और प्रकाश स्तंभ थे, उनका जीवन किसानों के लिए संजीवनी था। महा पंचायत में आए सभी सम्मानित अतिथियों को पगड़ी पहनाकर एवं मोमेंटो देकर सर्वखाप महामंत्री सुभाष बालियान ने सम्मानित किया। महापंचायत में किसानों, सामाजिक नेताओं और विभिन्न खापों की एकजुटता शानदार रूप में देखने को मिली। महापंचायत में देशभर से आए विभिन्न खापों के वरिष्ठ पदाधिकारियों,चौधरी विवेक सिंह, बाबा प्रमेन्द्र आर्य,चौ.रविंद्र सिंह,चौ. शरणवीर सिंह, चौधरी हुकम सिंह, चौ सुखपाल सिंह, चौ. सचिन जावला, चौ विजेन्द्र सिंह लाटियान, अजय चौधरी, चौ. गजेन्द अहलावत, चौ. अमित बेनीवाल, किसान चिन्तक कमल मित्तल, चौ घनश्याम शर्मा, देवेन्द्र सिंह, चौधरी राजेन्द्र सिंह, चौधरी रामनारायण राणा, डॉ . आदित्य सिंह, ललित सिंह गुर्जर, कंवरपाल सिंह, जयदेव बालियान, चौधरी वरुण सहरावत, राजीव चौधरी, देवेन्द्र सिंह थोर संयुक्त गुर्जर परिसंघ अध्यक्ष भोपाल गुर्जर जगदीश, राजकुमार गुर्जर , जितेन्द्र प्रधान, अश्वनी गुर्जर ललपुर,अशोक भाटी आदि को सम्मानित किया गया।