Guru Tegh Bahadur 350th Shahadat Diwas: नई दिल्ली। राष्ट्र आज नौवें सिख गुरु, त्याग और अदम्य साहस के प्रतीक श्रद्धेय गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत दिवस पर उनके अमर बलिदान को नमन कर रहा है। इस अवसर पर देशभर के प्रमुख नेताओं ने गुरु जी की शिक्षाओं और मानवता हेतु किए गए उनके अनुपम त्याग को स्मरण किया। Guru Tegh Bahadur
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का जीवन धर्मनिष्ठा, न्यायप्रियता और अदम्य धैर्य का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने कहा कि गुरु जी की शिक्षाएँ प्रत्येक व्यक्ति को कठोर परिस्थितियों में सत्य और कर्तव्य के मार्ग पर दृढ़ रहने की प्रेरणा प्रदान करती हैं।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरु जी को “हिंद दी चादर” की संज्ञा देते हुए उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि धर्म और मानवता की रक्षा के लिए दिया गया उनका सर्वोच्च बलिदान सदैव समाज को सत्य, करुणा और सद्भाव की दिशा में अग्रसर करता रहेगा। Guru Tegh Bahadur
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरु तेग बहादुर जी को निर्भयता, धार्मिक सहिष्णुता और मानवीय मूल्यों का जीवंत स्वरूप बताते हुए कहा कि उनका जीवन संदेश अन्याय के विरुद्ध संघर्ष और मानव सेवा की निरंतर प्रेरणा देता है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी गुरु जी के बलिदान को नमन करते हुए कहा कि उनकी शहादत भारतीय संस्कृति की आत्मा में रची-बसी है और आने वाली पीढ़ियों के लिए साहस, सत्यनिष्ठा और मानवता का मार्ग आलोकित करती रहेगी। Guru Tegh Bahadur















