सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे किसान, नहीं मिल रहा कोई संतोषजनक जवाब
- धान की हजारों एकड़ फसल हुई थी बर्बाद, घोषणा के दो महीने बाद भी भुगतान नहीं
कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Kaithal News: बाढ़ और बारिश से खराब हुई फसलों का मुआवजा जारी न होने पर किसान परेशान नजर आ रहे है। मुआवजा न मिलने के चलते किसान लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें न तो स्पष्ट जवाब मिल रहा है और न ही किसी तरह की समय सीमा। किसान सरकार से जल्द से जल्द मुआवजा राशि जारी करने की मांग कर रहे हैं। वहीं सबंधित अधिकारी भी अब इस मामले में जवाब देने से बचते नजर आ रहे है क्योकि उनके पास भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं है। किसानों का कहना है कि सरकार और अधिकारियो की चुप्पी उनकी मुश्किलें बढ़ा रही है।
गौरतलब है कि जिले के 273 गांवों के करीब 11 हजार किसानों ने पोर्टल पर खराब फसल के मुआवजे के लिए आवेदन किया हुआ है। गुहला-चीका, सीवन, पूंडरी, कलायत और ढांड क्षेत्र में धान व अन्य फसलें खराब हुई थीं। पटवारियों द्वारा जिले में सभी स्थानों पर सर्वे भी किया जा चुका है उसके बावजूद मुआवजा राशि अब तक अटकी हुई है। किसानो ने बौने पौधे और हल्दी रोग से प्रभावित धान की फसलों के लिए भी आवेदन किया है। वहीं घग्गर से आई बाढ़ ने भी धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया था। किसानों का कहना है कि सरकार ने दिवाली से पहले मुआवजा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक उनके खातों में राशि नहीं पहुंची है।
जल्द मुआवजा राशि जारी करे सरकार: किसान नेता
किसान नेता विक्रम कसाना का कहना है कि प्रति एकड़ धान पर 15 से 20 हजार रुपये तक की लागत आती है, जबकि जमीन का वार्षिक ठेका 50–80 हजार रुपये प्रति एकड़ तक पहुंच चुका है। ऐसे में मुआवजा न मिलने से किसान पूरी तरह घाटे में जा रहा है। इसलिए सरकार को जल्द से जल्द किसानो के खातो में मुआवजा राशि डालनी चाहिए ताकि किसान की कुछ परेशानी कम हो सके ।
सबसे ज्यादा नुकसान गुहला चीका क्षेत्र में | Kaithal News
अगस्त–सितंबर माह में आई बाढ़ से गुहला-चीका क्षेत्र के गांव गंभीर रूप से प्रभावित हुए थे। आंकड़ों के मुताबिक 90 गाँवों के 5096 किसानों की करीब 40 हजार एकड़ धान की फसल खराब हो गई थी। कई गाँवों में तो 15 से 25 दिनों तक बाढ़ का पानी खड़ा रहा था। फसले पूरी तरह पानी में डूब गयी थी। ग्रामीणों के सामने हरे चारे तक की समस्या पैदा हो गयी थी। इसके अलावा कैथल खंड में दो हजार किसानो ने 17 हजार एकड़ और सीवन खंड में करीब 1300 किसानो ने 10 हजार एकड़ में नुकसान के लिए आवेदन किया हुआ है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक सुरेन्द्र यादव ने कहा कि ई क्षति पूर्ति पोर्टल पर आवेदन लिए जा चुके है। मुआवजा कब और कितना जारी होगा इसके बारे में राजस्व विभाग के अधिकारी बता सकते है। इस सबंध में अंतिम जानकारी वही दे सकते है।
वहीं जब खराब फसलो के मुआवजे की जानकारी लेने के लिए जिला राजस्व अधिकारी और तहसीलदार से जानकारी लेनी चाही तो दोनों अधिकारियो में से किसी ने भी फ़ोन नही उठाया। या यूँ कहे कि अधिकारी अब जानकारी देने से बचते नजर आ रहे है।
सरकारी आंकड़ो के अनुसार | Kaithal News
खंड गाँव किसान क्षेत्र (एकड़ में )
गुहला 90 5093 39,629.852
कैथल 66 2032 17,096.519
कलायत 28 1132 8,599.127
पूंडरी 27 1193 9,465.002
ढांड 24 480 3,833.669
सीवन 22 1369 10,894.576
राजौंद 16 305 2,765.622
कुल 273 11418 92284.367
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