Squash World Cup: चेन्नई। चेन्नई में आयोजित स्क्वैश विश्व कप में भारतीय टीम ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया है। सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने मजबूत दावेदार मिस्र को पराजित कर खिताबी दौर में जगह बनाई। यह पहला अवसर है जब भारतीय टीम इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के फाइनल तक पहुंची है। भारत की इस यादगार सफलता में राष्ट्रीय चैंपियन वेलावन सेंथिलकुमार और युवा स्टार अनाहत सिंह की अहम भूमिका रही। पुरुष और महिला एकल मुकाबलों में दोनों खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की, जिससे भारत ने दो बार के गत विजेता मिस्र को 3-0 से शिकस्त दी। Squash News
पुरुष एकल के पहले मैच में वेलावन सेंथिलकुमार ने विश्व रैंकिंग में 96वें स्थान पर मौजूद इब्राहिम एलकब्बानी को सीधे गेमों में 3-0 (7-1, 7-3, 7-6) से हराया। इसके बाद 17 वर्षीय अनाहत सिंह ने महिला एकल में 44वीं रैंकिंग वाली नूर हेइकल के खिलाफ कड़े संघर्ष में 3-2 (6-7, 7-5, 7-3, 3-7, 7-3) से जीत दर्ज कर भारत की बढ़त मजबूत की। तीसरे मुकाबले में अभय सिंह ने एडम हवल को 3-1 (7-5, 6-7, 7-5, 7-6) से पराजित कर भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। तीन मुकाबले जीतने के बाद जोशना चिनप्पा का मैच औपचारिक रह गया।
वर्ष 1996 से आयोजित इस टूर्नामेंट में यह अब तक का भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन माना जा रहा है। इससे पहले भारत ने वर्ष 2023 में कांस्य पदक हासिल किया था। अब खिताबी मुकाबला रविवार को इंडियन स्क्वैश अकादमी में खेला जाएगा, जहां भारत का सामना हांगकांग, चीन से होगा। इससे पहले टूर्नामेंट के ग्रुप चरण में भारत ने स्विट्जरलैंड और ब्राजील को एकतरफा 4-0 से हराकर क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश किया था। इसके बाद क्वार्टर-फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से मात देकर टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई।
उल्लेखनीय है कि स्क्वैश विश्व कप का आयोजन लगातार तीसरे वर्ष चेन्नई में किया जा रहा है। इस संस्करण में कुल 12 देशों ने भाग लिया, जिन्हें चार समूहों में विभाजित किया गया था। प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर-फाइनल में पहुंचीं। दो वर्ष पूर्व इसी स्थल पर भारत को मलेशिया से हार का सामना करना पड़ा था और उसे कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था, लेकिन इस बार टीम ने इतिहास रचते हुए स्वर्ण पदक की दौड़ में खुद को स्थापित कर लिया है। Squash News















