Viral Video: वायरल वीडियो के आधार पर मरीज की पिटाई करने वाला शिमला का यह डॉक्टर सस्पेंड

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Viral Video: वायरल वीडियो के आधार पर मरीज की पिटाई करने वालाशिमला का यह डॉक्टर सस्पेंड

Viral Video: शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (Indira Gandhi Medical College and Hospital) में सोमवार को एक गंभीर घटना सामने आई, जहां एक चिकित्सक द्वारा वार्ड के भीतर एक मरीज के साथ मारपीट किए जाने का आरोप लगा है। यह पूरी घटना कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने संबंधित डॉक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। Shimla News

राज्य सरकार और अस्पताल प्रबंधन ने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। साथ ही आरोपी डॉक्टर को आगामी आदेश तक शिमला मुख्यालय स्थित चिकित्सा शिक्षा निदेशालय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।

पीड़ित मरीज के परिजन नरेश दासता के अनुसार, घायल व्यक्ति अर्जुन पवार चौपाल क्षेत्र के कुपी अंतर्गत चेता गांव का निवासी है और पेशे से शिक्षक है। उन्होंने बताया कि अर्जुन पवार एंडोस्कोपी जांच के लिए आईजीएमसी पहुंचा था और उसे आईपीडी मरीज के रूप में भर्ती किया गया था। प्रक्रिया के बाद चिकित्सकों ने उसे सीने से संबंधित समस्या बताते हुए पल्मोनरी विभाग में कुछ समय विश्राम करने की सलाह दी थी। Shimla News

परिजनों का आरोप है कि जब मरीज पल्मोनरी विभाग में बिस्तर पर लेटा हुआ था, उसी दौरान वहां मौजूद सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर और एक अन्य चिकित्सक ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। दासता का कहना है कि मरीज ने केवल यह बताया था कि उसे डॉक्टरों की सलाह पर वहां भेजा गया है, लेकिन इसके बावजूद उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। जब उसने शालीनता से बात करने का अनुरोध किया, तो कथित तौर पर स्थिति और बिगड़ गई।

ऑक्सीजन सपोर्ट पर लेटे मरीज के साथ मारपीट की गई

वायरल वीडियो का उल्लेख करते हुए परिजनों ने दावा किया कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर लेटे मरीज के साथ मारपीट की गई, जिससे उसे चोटें आईं और खून बहने लगा। उन्होंने इसे अत्यंत अमानवीय कृत्य बताते हुए आरोपी डॉक्टर के विरुद्ध हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करने की मांग की है। परिजनों का यह भी कहना है कि संबंधित डॉक्टर के खिलाफ पूर्व में भी शिकायतें सामने आ चुकी हैं और ऐसी घटनाएं प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान की छवि को नुकसान पहुंचाती हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। Shimla News

वहीं आईजीएमसी शिमला के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव ने बताया कि यह घटना पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में उस समय हुई, जब एक मरीज ब्रोंकोस्कोपी जांच के बाद विश्राम के लिए वार्ड में पहुंच गया था। उनके अनुसार अस्पताल के नियमों के तहत वार्ड में केवल भर्ती मरीजों को ही प्रवेश की अनुमति होती है, इसी बात को लेकर चिकित्सक और मरीज के बीच कहासुनी हुई, जो बाद में धक्का-मुक्की में बदल गई।

डॉ. राव ने स्पष्ट किया कि घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया और राज्य सरकार ने तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के आदेशानुसार रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है। उन्होंने पुष्टि की कि आरोपी डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है और मामले की विस्तृत जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित कर दी गई है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी और दोषी पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। समिति की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। Shimla News