सरकार का बड़ा फैसला 100 करोड़ रुपए से ज्यादा के ठेकों में अब नहीं चलेगा ज्वाइंट वैंचर
(Haryana Legislative Assembly)
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शून्य काल की जगह ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाने पर विपक्ष ने किया वाक आउट
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पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन पर विधायक सुरेंद्र पंवार ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
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सीएम मनोहर लाल ने चार दिनों तक विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों का दिया जवाब
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। हरियाणा विधानसभा में जारी बजट सत्र के पांचवें दिन विधायकों ने सरकार से सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, किसान फसल बीमा योजना, पार्क निर्माण इत्यादि जैसे सवाल किए। सरकार ने वीरवार को बड़ा फैसला लिया कि ठेकेदारी के काम हो रहे गड़बड़झालों को रोकने के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा के टैंडर में ज्वाइंट वैंचर नहीं किया जाएगा। (Haryana Legislative Assembly) वहीं सत्र में प्रश्नकाल के उपरांत शून्यकाल की जगह गन्ने की कीमतों एवं गन्ना उत्पादकों की दशा पर लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के फैसले को विपक्ष ने चुनौती दी और वाक आउट कर दिया। वहीं विभिन्न मसलों पर विपक्ष और सत्ता पक्ष की नोक-झोंक होती रही। चार दिनों से विधायकों द्वारा विभिन्न विषयों पर सरकार से पूछे गए सवालों का सीएम मनोहर लाल ने दिया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस सवाल के जवाब के लिए सात दिन का समय और मांगा
पांचवें दिन बजट सत्र की शुरुआत प्रश्न काल से हुई। पहला सवाल भाजपा विधायक सुभाष सुधा द्वारा गांव ज्योतिसर, पेहवा सड़क से जीटी रोड तक बाई-पास (बाहरी रिंग रोड) निर्मित करने संबंधी सरकार से पूछा गया। इस पर सरकार ने कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव फिलहाल नहीं है। वहीं अगला सवाल कांग्रेसी एमएलए आफताब अहमद ने राज्य में 1.1.2015 से अब तक हरियाणा शहरी विकास प्राधीकरण तथा हरियाणा राज्य औद्योगिक अवसरंचना विकास निगम द्वारा कितने पुनर्गहित प्लाटों को पुन: आवंटित किया गया, उसके लिए क्या मापदंड अपनाए गए, उसका ब्यौरा मांगा।
- इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस सवाल के जवाब के लिए सात दिन का समय और मांगा।
- जिस पर विधायक आफताब ने एतराज प्रकट किया और कहा कि मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए।
- इस पर स्पीकर ने सवाल का जवाब देने के नियमों का हवाला देकर आफताब को चुप करवा दिया।
घाटे का सौदा है, सरकार नहीं खोलेगी कोई नया बहुतकनीकी संस्थान : विज
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विधायक लक्ष्मण यादव द्वारा भाकली में राजकीय बहुतकनीकी संस्थान महाविद्यालय खोले जाने संबंधी पूछे गए सवाल पर तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज ने कहा कि मौजूदा समय में बहुतकनीकी संस्थान चाहे वे सरकारी हों या प्राइवेट वहां बच्चों की रूचि बेहद कम है और एडमिशन बहुत कम हो रहे हैं। ऐसे में नया बहुतकनीकी संस्थाना खोला जाना बेहद घाटे का सौदा है। उन्होंने आंकड़ा दिया कि प्रदेश के आईटीआई व इंजीनियरिंग कॉलेजों में 60 फीसदी तक सीटें खाली हैं। वहीं उन्होंने कहा कि बच्चों का रुझान साइंस की तरफ हो, इसके लिए शिक्षा के बुनियादी ढांचे को ठीक करना होगा।
पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप, विज बोले-जांच करवाएंगे
सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार ने शहर के बस स्टैंड के पास गुजर रहे नाला नंबर 6 को ढकने संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने कहा कि इस नाले को ढकने के लिए 25 करोड़ का टैंडर दिया गया था, लेकिन ठेकेदार बीच में ही काम छोड़ कर भाग गया। वहीं सरकार दोबारा से इसके लिए टैंडर निकालेगी। वहीं इस सवाल के सप्लीमैंटरी में पंवार ने आरोप लगाया कि पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री के साथ गठजोड़ से टैंडर में गड़बड़ी हुई व मौजूदा समय में भी पूर्व मंत्री एवं उनका पति सरकारी सुरक्षा-कमांडो इत्यादि साथ किस हैसियत से रखे हुए हैं? इस पर विज ने कहा कि उन्हें इस बात पर आहत होने की जरूरत नहीं है।
- सरकार थ्रेट प्रोजेक्शन के तहत ही पूर्व मंत्रियों को सुरक्षा मुहैया करवाती है।
- जब काम ही पूरा नहीं हुआ तो घोटाला कहां हुआ।
- फिर भी वायदा किया कि वे मामले की जांच करवाएंगे और यदि घोटाला हुआ तो वे कार्रवाई करेंगे।
100 करोड़ से बड़े ठेकों में नहीं होगा कोई ज्वाइंट वैंचर
विज ने सत्र में बताया कि सरकार ने फैसला लिया है कि टैंडर प्रक्रिया के दौरान बड़े प्रौजेक्टों में एक ही पार्टी को टैंडर दिया जाएगा तथा ज्वाइंट वैंचर नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे क्वालिटी भी खराब हो रही है और काम भी समय पर नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि कई बार टैंडर लेने वाला बड़ा टैंडर उठा लेता है और उसमें कमिशन इत्यादि सैट करके बड़ी फर्म को साथ ले लेता है, इससे प्रोजैक्ट की क्वालिटी भी खराब होती है ओर काम भी समय पर नहीं होता।
एक महीने में डॉक्टरों की कमी होगी पूरी
कालांवाली से विधायक शीशपाल केहरवाला के डॉक्टरों-पैरामैडिकल स्टॉफ की कमी संबंधी सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि मार्च के महीने में डॉक्टरों की भर्ती का कार्य पूरा हो जाएगा साथ ही एसएससी से पैरामैडिकल स्टॉफ की 1782 पोस्ट को भरने के लिए कह दिया गया है। इसलिए एक महीने बाद प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में डॉक्टरों एवं पैरामैडिकल स्टॉफ की कमी को पूरा कर दिया जाएगा। वहीं शीशपाल ने कहा कि उनके इलाके में प्राइमरी हैल्थ सैंटरों एवं सीएचसी में डॉक्टर, पैरामैडिकल स्टॉफ की भारी किल्लत है जिस कारण स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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