ईरान में बढ़ते तनाव के बीच IRGC को मिले विशेष अधिकार
Israel-Iran Attacks Update: तेहरान। इज़राइल के साथ बढ़ते तनाव और अमेरिका के दबाव के बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) और सैन्य परिषद को विशेष अधिकार सौंप दिए हैं। यह निर्णय ऐसे समय लिया गया है जब खामेनेई को लेकर यह खबर सामने आई है कि उन्हें अपने बेटे मोजतबा खामेनेई और परिवार के साथ राजधानी तेहरान के पास एक भूमिगत बंकर में स्थानांतरित किया गया है। ईरान की शासन प्रणाली में सर्वोच्च नेता को सेना का सर्वोच्च कमांडर माना जाता है। वे युद्ध की घोषणा करने, उच्च सैन्य अधिकारियों की नियुक्ति और बर्खास्तगी जैसे अहम निर्णय ले सकते हैं। Israel-Iran Attacks News
क्या है IRGC?
IRGC, यानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स, ईरान की पारंपरिक सेना से अलग एक शक्तिशाली सैन्य संस्था है, जो सीधे खामेनेई के नियंत्रण में कार्य करती है। इसके पास खुद की थल, वायु और नौसेना इकाइयाँ, साथ ही खुफिया नेटवर्क भी है। इसका प्रमुख उद्देश्य ईरान की इस्लामी शासन व्यवस्था की रक्षा करना और आंतरिक अस्थिरता को रोकना है।IRGC के अधीन एक अर्धसैनिक संगठन ‘बासिज’ भी कार्यरत है, जो प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने और सरकार समर्थक गतिविधियों को सशक्त करने के लिए जाना जाता है।
अमेरिका ने वर्ष 2019 में IRGC को एक विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया था। उस समय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर अधिकतम दबाव बनाने की नीति अपनाई थी। अमेरिकी विदेश विभाग का आरोप था कि IRGC कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है और इराक में अमेरिकी सैनिकों की मौत के लिए भी जिम्मेदार है।
खामेनेई और उत्तराधिकार की चर्चा | Israel-Iran Attacks News
पिछले वर्षों में, खासकर 1999, 2009 और 2022 के प्रदर्शनों के दौरान, IRGC और बासिज को विरोधियों को दबाने के लिए तैनात किया गया। वर्तमान में, मोजतबा खामेनेई, जो स्वयं एक मध्यम श्रेणी के मौलवी हैं, सत्ता के भीतर एक प्रभावशाली भूमिका निभा रहे हैं। वे राजनीतिक गुटों और सैन्य नेतृत्व के बीच समन्वय स्थापित करने में सक्रिय हैं। कई विश्लेषक उन्हें खामेनेई के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में भी देखते हैं।
सूत्रों के अनुसार, खामेनेई के राजनीतिक सुरक्षा मामलों के प्रमुख अली असगर हेजाजी ईरान के सबसे प्रभावशाली खुफिया अधिकारी माने जाते हैं। कई वरिष्ठ गार्ड कमांडरों की मौत से IRGC की उच्चस्तरीय नेतृत्व क्षमता प्रभावित हुई है, जिससे भविष्य की रणनीतिक चुनौतियाँ और बढ़ सकती हैं।
IRGC ने ईरान की सीमाओं से बाहर भी प्रभाव कायम किया है। सीरिया और इराक जैसे देशों में इसकी सैन्य उपस्थिति और संचालन इसकी रणनीतिक क्षमता को दर्शाते हैं। ईरान की पारंपरिक सेना जहाँ रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति के अधीन होती है, वहीं IRGC सीधे खामेनेई को रिपोर्ट करती है। यह संरचना गार्ड्स को अधिक स्वतंत्रता और उन्नत सैन्य संसाधनों तक पहुँच प्रदान करती है।
कुछ महीनों पूर्व, लेबनान के हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह, जो खामेनेई के करीबी माने जाते थे, इज़राइली हवाई हमले में मारे गए। इसी दौरान, सीरिया में बशर अल-असद सरकार को भी विद्रोही ताकतों से चुनौती का सामना करना पड़ा। Israel-Iran Attacks News
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