
छछरौली (सच कहूँ/राजेंद्र कुमार)। Chhachhrauli News: छछरौली अनाज मंडी क्षेत्र में रॉयल्टी के नाम पर वाहनों की कथित अवैध चेकिंग और गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। ग्राम ताजेवाला निवासी एक ट्रैक्टर चालक ने रॉयल्टी कर्मियों पर मारपीट, जान से मारने की धमकी देने और ट्रैक्टर जबरन छीनने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित ने थाना छछरौली व उपायुक्त यमुनानगर को शिकायत देकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित अरविंद कुमार पुत्र रंगी लाल, निवासी ताजेवाला ने बताया कि वह गांव ताजेवाला के सरपंच का ट्रैक्टर चलाने का कार्य करता है। उसके अनुसार 22 दिसंबर, सोमवार की सुबह करीब 6 बजे जब वह अपने ट्रैक्टर से जा रहा था, तो छछरौली तिकोना चौक/अनाज मंडी के पास एक स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार चार व्यक्तियों ने उसे जबरन रोक लिया। उक्त वाहन का नंबर 5129 बताया जा रहा है।
पीड़ित का आरोप है कि जैसे ही उसने ट्रैक्टर रोका, उक्त लोगों ने उसके कागजात छीनकर फाड़ दिए और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि सभी व्यक्ति शराब के नशे में थे और उन्होंने जान से मारने की धमकी भी दी। मारपीट के बाद वे उसका ट्रैक्टर जबरन अपने साथ ले गए। पीड़ित के अनुसार घटना के बाद से उसके ट्रैक्टर का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे वह मानसिक तनाव और भय में है। Chhachhrauli News
अरविंद कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि यह लोग स्वयं को रॉयल्टी से जुड़ा बताते हैं और क्षेत्र में प्राइवेट तौर पर नाके लगाकर दिन-रात वाहनों की चेकिंग करते हैं। यदि वाहन चालक पैसे देने से इनकार करता है तो उसके साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट की जाती है। पीड़ित का कहना है कि यमुनानगर जिले के कई स्थानों पर प्रशासन द्वारा लगाए गए नाकों पर प्राइवेट लोग तैनात होकर वाहनों की जांच कर रहे हैं, जो गंभीर सवाल खड़े करता है।
पीड़ित ने जिला प्रशासन से मांग की है कि यह स्पष्ट किया जाए कि क्या इन लोगों के पास किसी खनन घाट की वैध बोली या अधिकार है, क्या प्राइवेट व्यक्तियों को नाकों पर वाहन जांच की अनुमति है और क्या ताजेवाला व प्रतापनगर क्षेत्र में खनन का कोई वैध ठेका इनके पास है। साथ ही उसका ट्रैक्टर सुरक्षित वापस दिलवाकर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
इस संबंध में थाना प्रभारी छछरौली रोहतास ने बताया कि छछरौली अनाज मंडी के पास रॉयल्टी कंपनी का नाका लगा हुआ है, जहां सरकारी कर्मचारी तैनात रहते हैं। यदि उनके अलावा कोई प्राइवेट व्यक्ति वाहन चेकिंग करता पाया गया तो मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों में रॉयल्टी के नाम पर हो रही कथित अवैध वसूली को लेकर रोष व्याप्त है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। Chhachhrauli News
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