
UP Railway News: लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र को बड़ी सौगात मिली है। केंद्र सरकार ने गोरखपुर, मऊ, वाराणसी और प्रयागराज को जोड़ने वाली एक नई रेलवे लाइन की मंजूरी दे दी है। इस परियोजना से न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि 112 गांवों की तस्वीर भी बदलने वाली है।
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करीब 81 किलोमीटर लंबी इस रेलवे लाइन के रास्ते में 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें सहजनवां, पिपरौली, खजनी, बांसगांव, गोला बाजार और न्यू दोहरीघाट जैसे इलाके शामिल हैं। यह पूरा प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा और वर्ष 2027 तक इसके पूरा होने की उम्मीद है। UP Railway News
रेलवे विभाग ने इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी तेज कर दी है। गोरखपुर और मऊ जिलों के 112 गांवों से करीब 359 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जा रही है। किसानों के लिए शिविर लगाकर मुआवज़ा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गोरखपुर प्रशासन को इसके लिए 295 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
नई रेल लाइन सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट सुविधा नहीं होगी, बल्कि यह क्षेत्र के विकास का नया रास्ता खोलेगी। यात्रा समय कम होगा, व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी और हजारों लोगों को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे। साथ ही, इस रूट पर बनने वाले पुल, अंडरपास और रेलवे ओवरब्रिज ग्रामीण इलाकों की कनेक्टिविटी को भी नया आयाम देंगे। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ जैसे बड़े शहरों के बीच रेल यात्रा कहीं ज्यादा सुविधाजनक और तेज़ हो जाएगी।