Animal Care: बारिश के मौसम में पशु कभी बीमार नहीं होंगे, इन बातों का रखें ध्यान ..

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Animal Care: बारिश के मौसम में पशु कभी बीमार नहीं होंगे, इन बातों का रखें ध्यान ..

Animal Care:  भगत सिंह। बरसात का मौसम न केवल मनुष्यों के लिए, बल्कि पशुओं के लिए भी कई बीमारियां लेकर आता है। इस  मौसम में नमी, गीलापन और कीटाणुओं के कारण पशु जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे समय में उनकी देखभाल पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। इसी विषय पर पशु चिकित्सक डॉ. कमल कुमार ने विस्तार से जानकारी दी और किसानों व पशुपालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी।

कीटाणुनाशक दवाई का छिड़काव जरूरी | Animal Care

डॉ. कमल कुमार ने बताया कि बरसात में जहां पशुओं को बांधा जाता है, वहां बैक्टीरिया और कीटाणुओं का खतरा बढ़ जाता है। इसे रोकने के लिए कीटाणुनाशक दवाई का छिड़काव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सा विभाग यह सुविधा घर पर भी उपलब्ध कराता है। नियमित छिड़काव से मच्छर, मक्खी और अन्य हानिकारक कीटों से पशुओं की सुरक्षा होती है।

पशुओं के बांधने की जगह को सूखा रखें

बरसात में गीली और नम जगह पर पशु रखने से उन्हें बुखार, खांसी, जुकाम और निमोनिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए पशुओं को बांधने की जगह को हमेशा सूखा रखें। इसके लिए फर्श पर सूखी मिट्टी, भूसा या बुरादा बिछाना एक अच्छा उपाय है। अगर कोई पशु बीमार हो जाए तो तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सक को दिखाना चाहिए।

छोटे बछड़ों की विशेष देखभाल

बरसात में छोटे बछड़े अधिक संवेदनशील होते हैं। डॉ. कमल कुमार ने बताया कि इस समय मां और बच्चे, दोनों को कीड़ों की दवाई जरूर देनी चाहिए। छोटे बछड़े को मोटे कपड़े से ढककर रखना चाहिए ताकि बारिश की ठंड से उसका बचाव हो सके। साथ ही, उन्हें गीली या गंदी जगह पर न बैठने दें, क्योंकि इससे दस्त और पेट संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।

भोजन और पानी की स्वच्छता

बरसात के मौसम में पशुओं के भोजन और पानी की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। चारा सड़ा-गला या फफूंद लगा हुआ न हो, और पानी हमेशा साफ व ताजा हो। यदि संभव हो तो पानी को उबालकर ठंडा करके दें। संतुलित आहार में खनिज मिश्रण और विटामिन सप्लीमेंट शामिल करना भी आवश्यक है, जिससे पशु स्वस्थ और तंदुरुस्त रहें।

मक्खी और मच्छरों से बचाव

बरसात में मक्खी और मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ती है, जो खुरपका-मुंहपका और त्वचा संबंधी रोग फैलाते हैं। इनके बचाव के लिए पशुशाला में कीटनाशक स्प्रे या धुआं करना चाहिए। साथ ही, आसपास पानी जमा न होने दें, ताकि मच्छरों के पनपने की संभावना कम हो।
बरसात के मौसम में थोड़ी सी लापरवाही भी पशुओं के स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। इसलिए पशुपालकों को चाहिए कि वे समय-समय पर कीटाणुनाशक छिड़काव करें, पशुओं को सूखी जगह पर रखें, स्वच्छ भोजन-पानी दें और छोटे बछड़ों को ठंड से बचाएं। डॉ. कमल कुमार के ये सुझाव अपनाकर पशुओं को बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सकता है।