सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान-व्यापारी दु:खी: गर्ग

Bajrang Garg

उकलाना (कुलदीप स्वतंत्र)। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग (Bajrang Garg) ने  उकलाना अनाज मंडी में अपने दौरे के उपरांत व्यापारियों की बैठक लेते हुए कहा कि सरकार की धान व गेहूं खरीद पर आढ़तियों को पूरी दामी 2.5 प्रतिशत देनी चाहिए। जबकि धान पर दामी 51 रुपए 50 पैसे बनती है, मगर सरकार 46 रुपए दे रही है। इसी प्रकार गेहूं की दामी 50 रुपए 37 पैसे बनती थी मगर सरकार ने 46 रुपए देकर आढ़तियों के साथ ज्यादती करने का काम किया है, जो उचित नहीं है। जबकि अनेकों सालों से अनाज पर 2.5 प्रतिशत दामी आढ़तियों को मिल रही थी

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Bajrang Garg | डबल एल फॉर्म भ्रष्टाचार का अड्डा बना: गर्ग

बजरंग गर्ग ने कहा कि डबल एल फॉर्म भ्रष्टाचार का अड्डा है। सरकारी अधिकारी अपने निजी स्वार्थ के लिए डबल एल फॉर्म की आड में आढ़तियों को नाजायज तंग करते हैं। सरकार को भ्रष्टाचार का अड्डा डबल एल फॉर्म को समाप्त करना चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को अपने वादे के अनुसार धान का उठान व भुगतान जल्द से जल्द करना चाहिए। ताकि किसान, आढ़ती व पल्लेदारों को किसी प्रकार की दिक्कत ना रहे। गर्ग ने यह भी कहा कि सरकार को मंडियों में सफाई, चौकीदार, पीने का पानी व किसानों के ठहरने के लिए पूरी व्यवस्था सुचारू रूप से करनी चाहिए।

मंडियों में नहीं मिल रही मूलभूत सुविधाएं

मंडियों में मूलभूत सुविधा ना होने के कारण आढ़ती व किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि बेमौसम बारिश के कारण किसानों की फसलों में बड़ा भारी नुकसान हुआ है। सरकार को किसानों की खराब फसल का जल्द से जल्द मुआवजा राशि देनी चाहिए। जबकि किसान व व्यापारियों का सदियों से चोली दामन का साथ है जो हमेशा बना रहेगा। किसान देश का अन्नदाता है, व्यापारी देश की रीड की हड्डी है। आज केंद्र व प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान व आढ़ती दोनों ही दुखी है।

बैठक में ये रहे मौजूद

इस बैठक में प्रधान राजेश किढमड़ा, पूर्व प्रधान धर्मपाल घायल, सर्व व्यापार मंडल के प्रधान महेश बंसल, सतीश दनौदा, सुरेश गर्ग, राजकुमार गर्ग, विनोद मित्तल, सचिव मनोज गर्ग, रमेश नैन, संजय गोयल, सचिन अरोड़ा, मिनू कौशिचर, तुलसी खट्टर, संजय घायल, पवन पारता, कृष्ण थाकन, निरजन गोयल, विक्रम बोलान, चरण सिंह भाकर, मनोज बंसल, सतकीर भेरिजा, राकेश मैनेजर ने अपने विचार रखे।

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