पूज्य गुरु जी बरनावा आश्रम के लिए रवाना

रोहतक। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां 21 दिन की फरलो मिलने के बाद डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा बागपत (उत्तर प्रदेश) के लिए रवाना हो गए हैं। कुछ ही देर बाद पूज्य गुरु जी आश्रम में पधारेंगे। जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर साध-संगत के बीच पहुंची तो करोड़ों डेरा सच्चा सौदा श्रद्धालुओं के चेहरों पर मुस्कान खिल उठी और एक-दूसरे को मोबाइल फोनों पर बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। इसके साथ ही एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशी का इजहार किया।

गर्जी प्यार हमेशा कच्चा होता हैै: पूज्य गुरु जी

गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि प्रेम के अक्षर अढ़ाई हैं, लेकिन अल्लाह, वाहेगुरु, राम ने सारी बहारें, सारी खुशियां इन अढ़ाई अक्षरों में ही छुपा रखी हैं। प्यार का मतलब जिसकी समझ में आ गया वो दोनों जहां की खुशियां इस जहां में हासिल कर लिया करते हैं। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि यहां जिस प्यार का जिक्र है वो प्यार आत्मिक प्यार है, रूहानी प्यार हैै, ऐसा प्यार जिसमें कोई गर्ज नहीं। गर्जी (स्वार्थी) प्यार हमेशा कच्चा होता हैै जब तक कोई आपकी गर्ज पूरी करता है, जब तक हां में हां मिलाते हैं तो प्यार बना रहता है और जैसे ही हां में हां मिलाना बंद कर दिया, चाहे वो बाप-बेटा हो, चाहे पति-पत्नी हो, चाहे यार, दोस्त-मित्र हो।

रिश्ता-नाता टूटने में ज्यादा देर नहीं लगती, लेकिन एक बात जेहन, दिमाग में रखिए कि जो ज्यादा चापलूस होते हैं उनकी बजाय वो लोग बेहतर हंै जो आपके मुंह पर आपका सच बता देंं, जो आपके मुंह पर आपकी कमी बताते हैं। कई चापलूस दोस्त होते हैं, मान-बड़ाई देते रहते हैं और आदमी सोचता है कि मेरा मित्र यही है लेकिन वो तो एक चापलूस है। उसने आप से कोई काम लेना है या आपके पैसे से कोई चीज ले रहा है या आपसे फायदा उठा रहा है। शायद इसीलिए वह आपकी वाह-वाह कर रहा हो।

इससे बढ़िया तो वो मित्र हैं जो ज्यादा आपकी वाह-वाह तो नहीं करते, लेकिन आप में अगर कोई कमी है तो आपके मुंह पर कह देते हैं कि तेरे में यह गंदी आदत है, इसको बदल डाल। सो हजारों मित्रों से ऐसा एक मित्र काफी है जो आपको आपकी कमी बता डाले। इसलिए चापलूस लोगों से सावधान रहो। इस कलियुग में चापलूसी को एक हथियार के मानिद लोग इस्तेमाल में लाते हैं। मक्खनबाजी करते हुए वो काम निकलवाने के लिए आपको क्या से क्या बना देते हैं और जब काम निकल जाता है वो आपको मुंह तक नहीं लगाते, इस घोर कलियुग में ऐसा समय चल रहा है।