बसंती का किरदार आज भी महिला सशक्तीकरण का प्रतीक है : हेमा

Basanti's character still a symbol of empowerment of women

मैंने कई फिल्मों में काम किया लेकिन लोगों को शोले ही याद है

नई दिल्ली (एजेंसी)। बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी का कहना है कि फिल्म  शोले में उनका निभाया किरदार आज भी महिला सशक्तीकरण का प्रतीक बना हुआ है। हेमा ने वर्ष 1975 में प्रदर्शित फिल्म शोले में बसंती का आइकॉनिक किरदार निभाया था। उन्होंने कहा कि ‘शोले’ फिल्म में उनका निभाया किरदार ‘बसंती’ 43 साल बाद भी महिला सशक्तीकरण का प्रतीक बना हुआ है। हेमा ने कहा बसंती बॉलीवुड फिल्मों की पहली ऐसी महिला (किरदार) है जो तांगा चलाती है। आज की तारीख तक वह महिलाओं के सशक्तीकरण का प्रतीक बनी हुई है।

हेमा ने कहा, ‘अब मैं जब भी प्रचार के लिए जाती हूं, तो मैं वहां मौजूद महिलाओं को बताती हूं कि उनका योगदान बसंती तांगेवाली से कम नहीं है। महिलाएं कठोर परिश्रम करती हैं और आदिवासी मेहनत करते हैं। उन्हें नमन है।’मेरे डांस शो में आने वाले लोग मेरे डांस नंबर्स देखते हैं लेकिन जब भी मैं प्रचार के लिए निकलती हूं तो लोग मुझे इसलिए देखने आते हैं क्योंकि मैं बॉलीवुड कलाकार हूं। मैंने कई फिल्मों में काम किया लेकिन लोगों को शोले ही याद है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि यह कैरेक्टर फेमस हो गया था।

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो।