मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ की घटना को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा उपायों को मजबूत करने हेतु एक उच्चस्तरीय समिति गठित की है। यह कदम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) द्वारा पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब जीतने के जश्न के अगले दिन हुई दुखद घटना के बाद उठाया गया है, जिसमें 11 लोगों की मृत्यु हो गई थी और 33 अन्य घायल हो गए थे। BCCI News
इस समिति में बीसीसीआई के तीन वरिष्ठ अधिकारी – सचिव देवजीत सैकिया, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और कोषाध्यक्ष प्रभतेज सिंह भाटिया – को शामिल किया गया है। यह समिति आगामी 15 दिनों के भीतर एक समग्र दिशा-निर्देश तैयार करेगी, जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचाव किया जा सके।
अधिक भीड़ और अव्यवस्था के चलते भगदड़ मच गई | BCCI News
4 जून को बेंगलुरु में आरसीबी की विजय परेड तथा स्वागत समारोह के दौरान हजारों की संख्या में प्रशंसक स्टेडियम के बाहर एकत्रित हुए थे। अधिक भीड़ और अव्यवस्था के चलते भगदड़ मच गई, जिसके चलते कई निर्दोष जानें चली गईं। इस घटना को लेकर अब तक बीसीसीआई की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और पुलिस को निर्देशित किया है कि वे आयोजन से जुड़े आरसीबी और डीएनए एंटरटेनमेंट के अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें। 6 जून को आरसीबी के विपणन एवं राजस्व प्रमुख निखिल सोसले को डीएनए एंटरटेनमेंट के दो अधिकारियों के साथ गिरफ्तार किया गया। 13 जून को इन्हें न्यायालय से जमानत प्रदान की गई। इस दुखद घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों – सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ई.एस. जयराम – ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।