
तिरंगा फहराने के क्या हैं नियम? Har Ghar Tiranga
- तिरंगा झंडा खादी, सूती या सिल्क का बना होना चाहिए. हां, झंडा हाथ से काता हुआ या बुना हुआ भी हो सकता है।
- झंडा आयताकार आकार में होना चाहिए, जिसकी लंबाई-चौड़ाई का अनुपात 3:2 होना चाहिए।
- झंडे में केसरिया रंग को नीचे की तरफ करके फहराया नहीं जा सकता।
- पहले तिरंगा झंडा सिर्फ सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच ही फहराया जा सकता था, लेकिन रात में भी झंडा फहराने की अनुमति है।
- झंडे को जमीन पर कभी भी नहीं रखा जाना चाहिए।
- जब तक सरकारी आदेश न दिया गया हो, झंडे को आधा झुकाकर नहीं फहराया जा सकता।
झंडे को पानी में नहीं डुबाया जाना चाहिए। - तिरंगे पर किसी भी तरह का अक्षर नहीं लिखा जाएगा।
- झंडे का इस्तेमाल पर्दा बनाने या किसी भी चीज को ढकने के लिए नहीं किया जा सकता।
- किसी भी तरह के झंडे को तिरंगे से ऊपर नहीं लगाया जाना चाहिए।
तीन साल की जेल
किसी भी तरह से झंडे को नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता है। अगर कोई झंडे को जलाने या अन्य किसी तरीके से उसे नुकसान पहुंचाने या मौखिक या शाब्दिक रूप से तिरंगे का अपमान करता है तो उसे तीन साल की जेल या जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं।
ऐसा करने पर माना जाएगा तिरंगे का अपमान
तिरंगे झंडे के कमर्शियल इस्तेमाल की इजाजत नहीं है और ना ही किसी को सलामी देने के लिए तिरंगे को झुकाया जा सकता है। अगर कोई व्यक्ति किसी के आगे तिरंगे को झुकाता है या उसका कपड़ा बनाकर पहनता है, किसी भी तरह की मूर्ति में लपेटता है या किसी व्यक्ति के शव के ऊपर झंडे को डाल देता है तो इसे तिरंगे का अपमान माना जाता है। हां, शहीद आर्म्ड फोर्सेस के जवानों को इसमें छूट मिली हुई है।
तिरंगे को वापस रखने के क्या हैं नियम?
तिरंगे झंडे को फहराने के बाद किसी भी तरह से नहीं रखा जा सकता बल्कि इसके लिए नियम हैं। तिरंगे को रखने के लिए सबसे पहले तो उसे लंबवत केसरिया और हरे रंग की पट्टी को सफेद के पीछे कर दें और उसके बाद अशोक चक्र के दोनों तरफ के हिस्से को पीछे कर दें यानी जब झंडा सिमट जाए तो ऊपर सिर्फ अशोक चक्र दिखाई देना चाहिए। इसके बाद आप उसे किसी सुरक्षित जगह पर रख दें, जहां उसे किसी भी तरह से नुकसान पहुंचने की संभावना न हो। झंडे को रखने का ये सही नियम है, जो कि अधिकतर लोगों को नहीं पता है।
झंडा कट-फट जाए तो क्या करें?
तिरंगा अगर कहीं से कट या फट जाता है और फहराने लायक नहीं रहता है तो उसे यूं ही कहीं भी फेंक नहीं चाहिए, बल्कि इसके लिए भी एक नियम है। भारतीय झंडा संहिता के मुताबिक, कट-फटे तिरंगे को दफना देना चाहिए या फिर उसे एकांत में कहीं जलाकर नष्ट कर देना चाहिए। इसमें इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि तिरंगे का किसी भी तरह से अपमान न हो।