
Mansa Devi stampede case Update: हरिद्वार (उत्तराखंड)। प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार प्रातः एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, जिसमें भगदड़ के कारण छह श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई तथा कई अन्य लोग घायल हो गए। प्रारंभिक रिपोर्टों में हादसे की वजह करंट लगने की अफवाह बताई गई थी, किंतु उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन ने इस आशंका को सिरे से खारिज कर दिया है। पावर कॉर्पोरेशन के अधीक्षण अभियंता प्रदीप चौधरी ने स्पष्ट किया, “घटनास्थल पर हमारी तकनीकी टीम ने जांच की है। कहीं भी करंट या विद्युत प्रवाह का कोई प्रमाण नहीं मिला। यह घटना अत्यंत दुखद है, परंतु करंट लगने की बात केवल अफवाह प्रतीत होती है।” Mansa Devi stampede
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त किया और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, “सुबह लगभग 9 बजे अफवाह के चलते मंदिर में भगदड़ मची, जिससे छह लोगों की जान चली गई और कई श्रद्धालु घायल हुए हैं। सभी घायलों को तत्काल चिकित्सालय भेजा गया है।”
”मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की सहायता”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, “मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। दोषी व्यक्तियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।” मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, श्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं दोपहर 2 बजे हरिद्वार जिला अस्पताल पहुँचकर घायलों से मुलाकात करेंगे तथा चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा करेंगे।
प्रशासन द्वारा भगदड़ की सूचना मिलते ही राहत और बचाव दल एसडीआरएफ व एनडीआरएफ को तैनात कर दिया गया। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि प्रभावित परिवारों को आवश्यक सहायता तत्काल मिल सके। वर्तमान में स्थिति पूर्णतः नियंत्रण में है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। Mansa Devi stampede
Mansa Devi Mandir stampede: मनसा देवी मंदिर हादसे पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने जताया दुख