कैशलैस बनाने का काम शिक्षित बेरोजगार कंधों पर

manohar lal khattar
  • शुरूआत। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ‘शिक्षित युवा, सम्मानित हुआ’ योजना का किया शुभारंभ
  • 5169 रजिस्टर्ड बेरोजगारों को मिलेगा 9000 मानदेय
  • 100 घंटे काम के बदले मिलेंगे 6000 रूपए
  • 3000 रुपए बेरोजगारी भत्ता अदा करेगी सरकार

ChandiGarh, Anil Kakkar:  हालांकि प्रदेश सरकार रोजगार देने के चुनावी वायदे पूरे करने से अभी कई कदम दूर है लेकिन निराश हो चुके बेरोजगार नौजवानों को कुछ राहत देती ‘सक्षम योजना-2016’ योजना आज लागू कर दी गई। इसके तहत बेरोजगार नौजवानों को 3000 रुपए बेरोजगारी भत्ता तथा 100 घंटे काम के बदले 6000 रुपए प्रति माह के हिसाब से मिलेंगे। योजना का शुभारंभ वीरवार को हरियाणा भवन में हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी भी उपस्थित थे। इस सक्षम योजना-2016 का थीम ‘शिक्षित युवा, सम्मानित हुआ’ रखा गया है। योजना के पहले चरण में 30 नवंबर 2016 तक 21 से 35 वर्ष आयु वर्ग के स्नातकोत्तर 5169 बेरोजगार रजिस्टर्ड हुए हैं। इन सभी नौजवानों को यह लाभ मिलेगा। इस मौके पर पूर्व की सरकारों को कोसते हुए सीएम ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने केवल बेरोजगारी भत्ता दिया जबकि नौजवानों को स्किल्ड नहीं किया। अगर उन्हें स्किल्ड किया होता तो आज बेरोजगारी इतनी बड़ी संख्या में न होती। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने न केवल भत्ता दिया है बल्कि नौजवानों को काम सिखाने का बीड़ा भी उठाया है। जिससे वे अलग-अलग क्षेत्रों में अपना स्किल डैवलप कर जीवन में तरक्की कर सकेंगे।

जहां कम, वहां हम के फार्मूले के तहत मिलेगा काम
सीएम ने प्रदेशभर के 21 युवाओं को एक माह के भत्ता की 3000 रुपये राशि के चैक तथा मानद कार्य पत्र प्रदान किये। प्रदेश के इन पंजीकृत 5169 युवाओं को शीघ्र ही काम दिया जाएगा, जिसके तहत दिसम्बर माह में उन्हें लोगों को बैंकर्स की सहायता से कैशलेश समाज बनाने हेतु जागरूकता अभियान में काम दिया जाएगा। इसके पश्चात इन युवाओं को प्रदेश के अन्य विभागों में कम अवधि के कार्य दिये जाएंगे। ऐसे युवाओं के लिए जहां कम, वहां हम के नारे को फलीभूत करते हुए हर विभाग में कार्य दिया जा सकेगा। इस दौरान उन्होंने सभी युवाओं से बातचीत की और उनके जीवन के बारे में जानकारी हासिल की।

दिया जाएगा कौशल प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी ऐसे युवाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए भत्ता, मानदेय तथा कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए नि:शुल्क कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। हरियाणा के मूल निवासी युवाओं को यह सुविधा 3 वर्ष की अवधि या 35 वर्ष की आयु जो भी पहले होगी को उपलब्ध करवाई जाएगी। इससे इन युवाओं को अपने पांव पर खड़े होने में मदद मिलेगी।

युवाओं को काबिल बनाने का हर संभव प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में शिक्षित व अशिक्षित बेरोजगार युवाओं की संख्या करीब 5 लाख तथा 10+2 या उससे अधिक शिक्षित करीब 3 लाख युवा है। इन युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने या स्वरोजगार योग्य बनाने के लिए सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। यह योजना युवाओं के लिए कोई रोजगार का साधन नही है बल्कि उन्हें रोजगार प्राप्त करने योग्य बनाना है। इससे युवाओं को मेहनत करके निजी या सरकारी नौकरी, स्वरोजगार स्थापित करने में मदद मिलेगी। इस योजना के दूसरे चरण में प्रदेश के स्नातक स्तर तक शिक्षित युवाओं को शामिल किया जाएगा ताकि उन्हें भी जीवन में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया जा सके।