- हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री करेंगे बैठक
- 14 अक्टूबर को दोनों मुख्यमंत्री करेंगे बैठक
- दोनों सीएम की सुबह 11:30 बजे होगी बैठक- मनोहर लाल
चंडीगढ़ (अश्विनी चावला)। एसवाईएल नहर के मुद्दे पर आज हरियाणा के ( SYL ) मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ा बयान दिया है। हरियाणा के सीएम ने कहा कि दोनों राज्यों के सीएम 14 अक्तूबर को बैठक करने जा रहे हैं। ये बैठक 14 अक्तूबर को सुबह 11:30 बजे होगी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में केन्द्र का कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं होगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि यह मुद्दा अब सुलझने के आसार है।
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SYL क्या है
गौरतलब हैं कि 1966 में पंजाब से जब अलग हरियाणा राज्य बना तब से ही यह विवाद चल रहा है। 1976 में दोनों राज्यों के बीच जल बंटवारे को अंतिम रूप दिया गया व इसी के साथ सतलुज यमुना नहर बनाने की बात कही गई। 24 मार्च 1976 को केन्द्र सरकार ने पंजाब के 7.2 एमएएफ यानी मिलियन एकड़ फीट पानी में से 3.5 एमएएफ हिस्सा हरियाणा को देने की अधिसूचना जारी की थी, जिसके बाद पंजाब के किसान फिर सड़क पर उतर आए थे। इसके बाद 1981 में समझौता हुआ और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने 8 अप्रैल 1982 को पंजाब के पटियाला शहर के कपूरई गांव में एसवाईएल का उद्घाटन किया था। हालांकि इसके बाद भी विवाद नहीं थमा बल्कि या यूं कहें कि विवाद और भी बढ़ता गया। 1985 में पूर्व पीएम राजीव गांधी ने एसडी प्रमुख हरचंद सिंह लोंगोवाल से वार्ता की थी और फिर एक नए न्यायाधिकरण के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। हरियाणा सरकार ने 1996 में सुप्रीम कोर्ट में दस्तक दी। इसके बाद 15 जनवरी 2002 को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब को एक साल में एसवाईएल बनाने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ 4 जून 2004 को पंजाब सरकार ने अपनी याचिका दायर की जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।
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