खर्च किए जाएंगे 100 करोड़ रुपये
- बाढ़ प्रभावित इलाकों में पुनर्वास युद्ध स्तर पर चलाने का ऐलान
चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 100 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्वास युद्ध स्तर पर चलाने का ऐलान किया। पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कई क्षेत्रों में अब बाढ़ का पानी कम हो रहा है, लेकिन गांवों और कस्बों में गाद और गंदगी बहुत फैली हुई है। उन्होंने कहा कि यह जन-जीवन पर असर डाल रहा है, इसलिए इन इलाकों की सफाई का काम अत्यंत जरूरी है। इसी कारण से प्रदेश सरकार 2,300 प्रभावित गांवों और वार्डों में व्यापक स्तर पर सफाई मुहिम की शुरूआत करने जा रही है। मान ने बताया कि हर एक गांव के लिए सरकार ने टीमें गठित की हैं, जिनके पास जे.सी.बी. मशीनें, ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ और श्रमिकों की व्यवस्था होगी। Chandigarh News
ये टीमें गाद और मलबा हटाएंगी और हर गांव की पूर्ण सफाई सुनिश्चित करेंगी। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बाढ़ के दौरान कई जानवरों की मौत हो गई थी। इसलिए ये टीमें इन पशुओं के उचित निपटारे का काम भी करेंगी। उसके बाद हर गांव में सफाई और फॉगिंग की जाएगी ताकि बीमारियों के फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस पूरी मुहिम के लिए 100 करोड़ रुपये का फंड रखा है, जिसमें से प्रारंभिक काम शुरू करने के लिए हर प्रभावित गांव को एक लाख रुपये की राशि दी जा रही है। इस फंड से अन्य आवश्यकताओं को भी पूरा किया जाएगा और सफाई का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी।
समय सीमा निर्धारित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 सितंबर तक सभी गांवों को साफ कर गाद और मलबे से मुक्त कर दिया जाएगा। 15 अक्टूबर तक सार्वजनिक स्थानों पर मरम्मत का काम पूरा किया जाएगा। इसी तरह, 22 अक्टूबर तक जोहड़ों की सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए सरकार ने पहले ही सभी जरूरी प्रबंध कर लिए हैं। सीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि बाढ़ के बाद कोई बीमारी न फैले और स्वास्थ्य समस्याओं वाले व्यक्ति को तत्काल चिकित्सकीय सहायता मिल सके। इस उद्देश्य के लिए प्रदेश सरकार सभी 2,303 बाढ़ प्रभावित गांवों में मेडिकल कैंप लगाएगी। उन्होंने ने बताया कि हर एक कैंप में डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ और आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। Chandigarh News
इसके साथ ही सरकार ने इस विशेष मुहिम के लिए 550 एंबुलेंस का प्रबंध भी किया है ताकि प्रभावित गांवों के लोगों को चिकित्सा सेवा प्राप्त करने में कोई भी विलंब या परेशानी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट के इस समय में किसानों के लिए भले ही कोई भी मदद अभी पर्याप्त न हो, फिर भी सरकार पूरी ताकत से सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पंजाब में धान की खरीद शुरू होने जा रही है और मंडियों में 16 सितंबर से खरीद शुरू करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से ही पूरी कर ली गई हैं। मान ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित मंडियों की युद्ध स्तर पर सफाई और मरम्मत की जा रही है और 19 सितंबर तक ये बाढ़ प्रभावित मंडियां भी खरीद के लिए तैयार हो जाएंगी।
एसडीआरएफ में आए 5012 करोड़ तो खर्च किए 3820 करोड़
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पिछले कुछ दिनों से चल रही राजनीतिक बहस पर शनिवार को फिर आंकड़ों के साथ जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश आपदा राहत फंड (एसडीआरएफ) साल 2010 में बनाया गया था। तब से अब तक इस फंड में कुल 5012 करोड़ रुपये आए हैं, जिनमें से इन वर्षों के दौरान प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत कार्यों पर 3820 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
मुख्यमंत्री हूं और मुख्यमंत्री ही रहूंगा, अफवाहों से बचें | Chandigarh News
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि जब भी उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर आती है, तभी से यह अफवाहें फैलने लगती हैं कि उन्हें बदल दिया जाएगा और किसी अन्य नेता की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि अस्पताल से वे ठीक होकर भी आ चुके हैं और आज भी वे ही मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अफवाहों से बचना ही उचित है। स्वयं अरविंद केजरीवाल ने भी साफ कर दिया है कि मौजूदा कार्यकाल के साथ ही अगले कार्यकाल में भी भगवंत मान मुख्यमंत्री बने रहेंगे। इसलिए जो लोग अफवाहें फैलाने लगते हैं, उन्हें अपनी टीआरपी बढ़ाने के अलावा कुछ नहीं नजर आता।
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