जेलों में किसी भी तरह की सुरक्षा में कोताही के लिए अधिकारी और स्टाफ निजी तौर पर होगा जिम्मेदार
पटियाला। (सच कहूँ/खुशवीर तूर) मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य भर की जेलों में किसी भी तरह की सुरक्षा में कोताही के लिए अधिकारियों और स्टाफ को निजी तौर पर जिम्मेदार ठहराया जाएगा। यहाँ नई जिला जेल का मुआइना करने पहुँचे मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य भर की जेलों में वैज्ञानिक तरीकों के आधार पर पुख़्ता सुरक्षा ढांचा मुहैया किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जेलों में सुरक्षा तंत्र को समय के साथी बनाने के लिए विभाग को वाहन मुहैया करने के साथ-साथ जेलों में जैमरों, डोर मेटल डिटेक्टर और अन्य उपकरण पहले ही लगा दिए गए हैं।
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भगवंत मान ने कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि अभी भी जेलों में मोबाइल और नशे मिलने की रिपोर्टें आ रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल स्टाफ की ऐसी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि जो अधिकारी इस तरह की कोताहियों के लिए जिम्मेदार पाया गया, उसके खिलाफ सख़्त कदम उठाया जाएगा। भगवंत मान ने कहा कि ऐसी कोताहियों के लिए जेलों की कार्यप्रणाली की देख-रेख कर रहे अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जेलों में नशों और मोबाईलों की सप्लाई पर सख़्ती से नकेल कसने की जरुरत की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने इस गैर-कानूनी कवायद को रोकने के लिए अधिकारियों को आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि जेलों की सुरक्षा को राज्य सरकार सबसे अधिक प्राथमिकता दे रही है और इसके साथ किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जेल बंदियों के बीच अनुशासनहीनता की बढ़ती घटनाओं पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए भगवंत मान ने आगे कहा कि अधिकारी उचित कदम उठाकर इस रुझान पर नकेल कसें। इस मौके पर विधायक गुरदेव सिंह देव मान, आईजी मुखविंदर सिंह छीना, उपायुक्त साक्षी साहनी, एसएसपी वरुण शर्मा और जेल अधीक्षक रमनदीप सिंह भंगू भी मौजूद रहे।
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