लापरवाही कर्मचारियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई : मनोहर लाल

CM Flying raid

हुडा के दफ्तरों पर सीएम फ्लाइंग की छापेमारी, कई अधिकारी-कर्मचारी मिले गैर हाजिर

(CM Flying Raid)

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड/सच कहूँ)। आमजन की शिकायतों व परेशानियों को देखते हुए बुधवार को एक बार फिर सीएम फ्लाइंग एक्शन में दिखी। बुधवार को प्रदेशभर में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) विभाग में सीएम फ्लाइंग ने छापेमारी की। (CM Flying Raid) इस दौरान बहुत से अधिकारी, कर्मचारी कार्यालयों से नदारद मिले।  मिली जानकारी के अनुसार उड़न दस्तों की टीमों ने करनाल, कैथल, सोनीपत, सिरसा, पंचकूला, गुरुग्राम, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, कुरुक्षेत्र में छापेमारी की। इस दौरान टीमों ने कर्मचारियों की हाजिरी चैक की तो पाया कि बहुत से कर्मचारी गैरहाजिर मिले। गुरुग्राम में विभाग के कुल 129 कर्मचारियों में से 43 कर्मचारी और अधिकारी गैर हाजिर व देरी से पहुंचे। मतलब 86 कर्मचारी समय से दफ्तर पहुंचे ही नहीं।

  • टीम ऐसे लापरवाह कर्मचारियों की सूची तैयार कर रही है।
  • हिसार में 119, रोहतक में 60, भिवानी में 08, सरसा में 5 कर्मचारी गैर हाजिर मिले ।
  • जबकि फतेहाबाद में 4 कर्मचारी देरी से दफ्तर पहुंचे।
  • इसके अलावा अन्य जिलों में भी छापेमारी के दौरान कर्मचारी गैर हाजिर मिले।

भ्रष्टाचार पर रोक और सुचारू काम के लिए जारी रहेगी कार्रवाई : सीएम

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर साफ कर चुके हैं कि प्रदेश में कहीं भी भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को अपने कर्त्तव्यों को सही तरीके से पालन करना ही होगा और समय पर आने की भी आदत डालनी होगी। बता दें कि गत दिनों हुई एक प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने साफ किया था कि सरकार 2020 वर्ष को सुशासन वर्ष के तौर पर मनाएगी और इस दौरान प्रदेश से भ्रष्टाचार और सरकारी तंत्र की अनियमितताओं को शून्य पर लाना उनका लक्ष्य रहेगा।

यह सुशासन नहीं कुशासन वर्ष है : हुड्डा

वहीं बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार के 2020 वर्ष को सुशासन वर्ष के रूप में मनाने एवं छापेमारी के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि यह सरकार का सुशासन नहीं कुशासन वर्ष है। क्योंकि सरकार की नाक के नीचे इतने घोटाले हो रहे हैं, जिसकी गवाही खुद बड़े अधिकारी भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धान का घोटाला 90 करोड़ का नहीं बल्कि हजारों करोड़ का है।

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