मंथन: पूर्व मंत्रियों से सरकार के साथ मिलकर काम करने पर जताई सहमति
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चुनाव दौरान गुटबाजी की बात आई सामने (Manohar Lal Khattar)
अश्वनी चावला/सच कहूँ चण्डीगढ़। हरियाणा विधान सभा चुनाव में दिग्गज मंत्री ही क्यों हारे, (Manohar Lal Khattar) इस को लेकर शुक्रवार को चंडीगढ़ में मनोहर लाल खट्टर ने न सिर्फ मंथन किया बल्कि हार के कारणों को भी खोजने की कोशिश की गई। बैठक में सभी पूर्व मंत्रियों सहित जीत हासिल करने वाले मंत्री अनिल विज व डॉ. बनवारी लाल भी शामिल थे। किसी मंत्री ने पार्टी के बीच की गुटबाजी को मुख्य कारण बताया तो कुछ ने अलग किस्म की वजहें गिनाई। हरियाणा में नए मंत्रिमंडल गठन से पहले सीएम मनोहर लाल की पुराने मंत्रियों के साथ यह यह पहली बैठक थी। सीएम आवास पर हुई बैठक में पुराने मत्रियों से नए मंत्रिमंडल के गठन के लिए सलाह मशवरा भी किया गया।
इसमें जजपा की भूमिका को भी लेकर चर्चा की गई
- पुराने मंत्रियों व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के साथ इस पर गहन चर्चा की गई।
- प्रदेश 75 से अधिक सीटें जितने का नारा लेकर पार्टी चल रही थी
- तो इस दौरान क्या-क्या कमी रह गयी? जो 75 की जगह सिर्फ 40 सीटें से हाथ लगी।
6 नवंबर के बाद कभी भी नए मंत्रिमंडल की घोषणा हो सकती है। सीएम मनोहर लाल अब हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं। अब तक सीएम पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमित शाह व पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुलाकात कर चुके हैं। पार्टी हाई कमान से आदेश मिलने के बाद ही इस तरह की मीटिग की जा रही है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार पूर्व मंत्रियों की बैठक बुलाने का निर्णय नई दिल्ली में हुआ था
गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों में 8 मंत्री चुनाव हार गए थे। इनमें मुख्य रूप से परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार, वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा, स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन, सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री कर्ण देव कांबोज, समाज कल्याण मंत्री कृष्ण बेदी के अलावा पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला शामिल थे। इस बैठक में जीत दर्ज करने वाले मंत्री अनिल विज और डॉ. बनवारी लाल को भी बुलाया गया।
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