मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन ने बढ़ते रेगिस्तान के पहिये को थामा

CM Water Swavalamban Scheme

पानी के टैंकरों में भी कमी आई

उदयपुर (एजेंसी)। राजस्थान में चल रही मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना (CM Water Swavalamban Scheme)ने राज्य में बढ़ते रेगिस्तान को रोकने में महती भूमिका निभाने के साथ ही पानी में पाये जाने वाले फ्लोरोइड को भी कम करने में सफलता हासिल की है। राजस्थान नदी जल बेसिन प्राधिकरण के अघ्यक्ष श्रीराम वेदेरे ने आज पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए बताया कि इससे राज्य में घटते भूजल स्तर पर भी रोक लगी है और प्रदेश के लगभग 20 जिलों में हजारों एकड़ जमीन में वर्षा जल संचय हुआ है।

उन्होंने बताया कि योजना के कारण प्रदेश के कई जिले पानी में बहुतायत से पाये जाने वाले फ्लोराइड से मुक्त हो रहे रहे है और इन क्षेत्रों में भूजल में लगातार हो रही बढ़ोतरी से पेयजल की समस्या में भी कमी आयी है। इस योजना से प्रदेश का लगभग 60 प्रतिशत क्षेत्र रेगिस्तान से मुक्त हो सकेगा। पानी की आपूर्ति के लिये लगाये गये टैंकरों में भी कमी आई है।

भूजल स्तर में भी चार से 15 फुट तक की वृद्धि

योजना के संबंध में जानकारी लेने आये दिल्ली और जयपुर के पत्रकारों के दल ने उदयपुर जिले की झल्लारा पंचायत समिति के पांच हजार हैक्टेयर क्षेत्र में पेयजल संरक्षण के लिये बनाये गये नाली और तालाब से पानी के भूजल स्तर में भी साढे चार से 15 फुट तक की वृद्धि हुयी है।
उन्होंने बताया कि भूगर्भ में पानी के पहुंचने से निचले जलस्तर में फ्लोराइड और यूरेनियम के जम जाने और पानी के उपर आने से इन क्षेत्रों में मवेशियों और इंसानों में होने वाली शारीरिक बीमारियां भी कमी आयी है। उन्होंने कहा कि अभी तत्काल तो यह कहना संभव नही है कि इस योजना से पानी में पाये जाने वाले फ्लोराइड तत्व में कितनी कमी आयी है लेकिन एक मोटे आंकलन के अनुसार इसमें 15 से 20 प्रतिशत तक की कमी आयी है और धीरे धीरे इसमें और कमी आयेगी।

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