चंडीगढ़ (ब्यूरो)। Chandigarh News: पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने गुरुवार को बताया कि राज्य सरकार की फसली विविधता के तहत मक्की की फसल अधीन रकबे में 16.27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। वर्ष 2024 में मक्की का रकबा 86,000 हेक्टेयर था, जो अब बढ़कर एक लाख हेक्टेयर हो गया। कृषि मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार ने कृषि विविधता और भूमिगत जल संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पायलट परियोजना शुरू की थी। Chandigarh News
इसके तहत छह जिलों, बठिंडा, संगरूर, कपूरथला, जालंधर, गुरदासपुर और पठानकोट में 12,000 हेक्टेयर रकबे को धान से मक्की की खेती में परिवर्तित किया जाना था। किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए, राज्य सरकार ने इस पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रति हेक्टेयर 17,500 रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा भी की थी। इसके अतिरिक्त, इस बदलाव के संबंध में किसानों के मार्गदर्शन और सहायता के लिए 185 किसान मित्र नियुक्त किए गए हैं।
खुड्डियां ने मक्की की निर्बाध खरीद सुनिश्चित करने के लिए कृषि, पंजाब मंडी बोर्ड और मार्कफेड अधिकारियों की भागीदारी वाली जिला स्तरीय समितियों के गठन के निर्देश दिए। उन्होंने मक्की उत्पादक किसानों से अपील की कि वे मंडियों में सूखी फसल लेकर आयें, ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। कृषि विभाग के प्रबंधकीय सचिव डॉ. बसंत गर्ग ने मक्की की फसल में नमी के उचित स्तर को बनाये रखने के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि नमी की मात्रा 14 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। Chandigarh News
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