पति व अन्य के साथ मिलकर प्रस्तुत किए कूटरचित व मिथ्या दस्तावेज
हनुमानगढ़। पैतृक सम्पति हड़पने के मकसद से वारिसनामा बनवाने एवं विरासतन इन्तकाल दर्ज करवाने के लिए अपने पिता के वारिसों में से एक वारिस का नाम छिपाकर तहसीलदार के समक्ष कूटरचित व मिथ्या दस्तावेज पेश करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में एक व्यक्ति ने अपनी बहन व जीजा सहित कई अन्यों के खिलाफ जंक्शन पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज करवाया है। Hanumangarh News
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर दर्ज हुए मुकदमे में मंगतराय खुंगर पुत्र चरणजीत खुंगर निवासी वार्ड 48, हाउस नम्बर 8, राजवी एन्क्लेव, जंक्शन ने बताया कि वह पेशे से चिकित्सक है। उसके पिता चरणजीत खुंगर भी पेशे से चिकित्सक थे जिनकी मृत्यु 7 जनवरी 2020 को हो गई। उसके पिता चरणजीत खुंगर ने अपने जीवन काल में दो विवाह किए थे। प्रथम विवाह 1975 में प्रकाश देवी पुत्री बिशम्बर निवासी तामकोट जिला मुक्तसर पंजाब के साथ हुआ था। प्रकाश देवी की मृत्यु 24 जुलाई 1992 को हो गई थी। उसके पिता चरणजीत खुंगर व प्रकाश देवी के चार संतानें थीं। इनमें उसके अलावा सुनीता खुंगर पत्नी जोधा सिंह निवासी टाउन, सुषमा खुंगर पत्नी तीर्थ दास निवासी वार्ड 18, अनूपगढ़ जिला श्रीगंगानगर, इन्द्रा खुंगर पत्नी विकास अरोड़ा निवासी टाउन शामिल है।
भाई ने दर्ज करवाया मुकदमा
1992 में उसकी माता प्रकाश देवी की मृत्यु उपरान्त उसके पिता चरणजीत खुंगर ने 1994 में आशा रानी पुत्री सोहनलाल निवासी जंक्शन के साथ दूसरा विवाह किया। उसके पिता चरणजीत खुंगर के आशा रानी के नुत्फे से कोई संतान पैदा नहीं हुई थी। इन्द्रा खुंगर व उसके पति विकास नागपाल को इस बात का ज्ञान था कि उसके पिता चरणजीत खुंगर के कुल छह जायज वारिस हैं। इसके बावजूद इन्द्रा खुंगर ने बेईमानीपूवर्क कपट करने के आशय एवं प्रयोजन से उसके पिता चरणजीत खुंगर की सम्पति प्राप्त करने के लिए वारिसनामा बनवाने एवं विरासतन इन्तकाल दर्ज करवाने के लिए विकास नागपाल, राजेन्द्र कुमार, रेशमा देवी व डीड राइटर मनीष अरोड़ा के साथ आपराधिक षड्यंत्र रचकर तहसीलदार के समक्ष प्रार्थना पत्र व शपथ पत्र 21 जुलाई 2025 को पेश किया।
कूटरचना व स्वयं की ओर से तैयार किए गए कूटरचित प्रार्थना पत्र व हलफनामा में उसके पिता चरणजीत खुंगर के जायज वारिस में प्रकाश देवी का नाम छलपूर्वक छिपाते हुए केवल पांच वारिस क्रमश: आशा रानी, सुनीता रानी, सुषमा मिड्ढा, इन्द्रा खुंगर व मंगतराय खुंगर होना दर्ज किया। अब जब उसने अपने आधार कार्ड की फोटो उन दस्तावेजों के साथ अटैच देखी तो उसे ध्यान में आया कि कुछ दिन पूर्व उसने किसी काम के सिलसिले में अपना आधार कार्ड डीड राइटर मनीष अरोड़ा को दिया हुआ था। Hanumangarh News
बीएनएस की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज
उसने मनीष अरोड़ा से पूछताछ की तो मनीष अरोड़ा ने बताया कि इन्द्रा खुंगर और विकास नागपाल जिस दिन मेरी दुकान पर वारिसनामा बनवाने के सबंध में दस्तावेज टाइप करवाने आए थे उस समय विकास नागपाल ने उसके मोबाइल फोन में से उसकी सहमति के बिना मंगत खुंगर के आधार कार्ड की फोटो चोरी करते हुए अपने मोबाइल फोन में ट्रांसफर कर ली थी। कूटरचित व मिथ्या दस्तावेज इन्द्रा खुंगर व उसके पति विकास नागपाल की ओर से असल दस्तावेज के रूप में उपभोग करते हुए तहसीलदार कार्यालय में पेश किए जाने पर तहसीलदार कार्यालय की ओर से उक्त आवेदन नगर परिषद कार्यालय को प्रेषित किया गया।
तत्पश्चात नग परिषद कार्यालय का सत्यापनकर्ता अधिकारी जब जांच करने के लिए उसके पिता चरणजीत खुंगर के निवास स्थान पर 13 अगस्त 2025 को पहुंचा तो उसे ज्ञात हुआ कि इन्द्रा खुंगर व उसके पति विकास नागपाल की ओर से उसके पिता चरणजीत खुंगर का वारिसनामा बनवाने एवं विरासतन इन्तकाल के लिए जो दस्तावेज पेश किए गए हैं वे पूर्णतया फर्जी व कूटरचित हैं। इन्होंने कपट करने के प्रयोजन से उसके पिता चरणजीत खुंगर के जायज वारिसों में से उसकी माता प्रकाश देवी का नाम बेईमानीपूर्वक छिपाया है। उसने सत्यापनकर्ता अधिकारी के समक्ष दस्तावेज को चैक किया तो ज्ञात हुआ कि दस्तावेज फर्जी व कूटरचित हैं। पुलिस ने बीएनएस की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर तफ्तीश कृष्ण कुमार सारस्वत के सुपुर्द की। Hanumangarh News















