अबला नहीं सबला है नारी…
International Women’s Day 2025: सरसा (सच कहूँ न्यूज)। नारी यानि स्त्री को सभी धर्मों के पवित्र ग्रंथों में उच्च स्थान दिया गया है। बात अगर भारत की करें तो यहां ‘यत्र नारी पूज्यंते, रमंन्ते तत्र देवता’ यानि ‘जहां नारी की पूजा होती है वहां देवी देवता वास करते हैं’ का मंत्र गूंजायमान है। नारी को सर्वोपरि माना गया है। उसे शक्ति स्वरूपा कहा गया है। उसके बिना संसार की उत्पति असंभव बताई गई है। वर्तमान में नारी शक्ति को समाज में उच्च स्थान व सम्मान दिलवाने की दिशा में डेरा सच्चा सौदा अहम् भूमिका निभा रहा है। Happy Women’s Day 2025
नारी उत्थान में जुटा है डेरा सच्चा सौदा, मानवता भलाई के 167 कार्यों में से एक चौथाई कार्य नारी सशक्तिकरण को समर्पित
महान समाज सुधारक व सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा मानवता की भलाई के 167 कार्य शुरू किए गए हैं, जिनका अनुसरण डेरा सच्चा सौदा के करोड़ों श्रद्धालु कर रहे हैं। यूं तो यह सभी मानवता भलाई के कार्य समाज के हर जीव जंतु, जड़ चेतन, स्त्री-पुरुष के कल्याण के लिए है परंतु इन कार्यों से सबसे अधिक सबल मिला है नारी शक्ति को। पूज्य गुरुजी द्वारा चलाए जा रहे 167 मानवता भलाई के कार्यों में से जहां एक चौथाई से अधिक कार्य सीधे नारी उत्थान से जुड़े हैं तो शेष कार्य अपरोक्ष रूप से नारी कल्याण को बल प्रदान करने वाले हैं।
बुलंदियां छू रहीं बेटियां | Happy Women’s Day 2025
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने अपनी ओजस्वी वाणी में रूहानी सत्संगों के माध्यम से सात करोड़ से अधिक लोगों के नशे और बुराइयां छुड़वाई, जिससे नरक की मानिंद हुए घर स्वर्ग बन गए हैं, घर खुशियों से भर गए हैं। जिन परिवारों में महिलाएं एक वक्त खून के आंसू रोती थी, पूज्य गुरुजी के सद्प्रयासों की बदौलत आज वो खुशहाल जीवन जी रही हैं। पूज्य गुरु जी ने गाँवों, कस्बों, शहरों और महानगरों में रूहानी सत्संगों के माध्यम से आमजन को कन्या भ्रूण हत्या जैसी बुराइयां त्यागने का संकल्प करवाकर न जाने कितनी ही बेटियों को कोख में मरने से बचाया। पूज्य गुरुजी के बेहतरीन प्रयासों की बदौलत आज अनेक बेटियां शिक्षा, खेल, सेना, पुलिस व प्रशासनिक सेवाओं में बड़े पदों को सुशोभित कर रही हैं और अपनी बेहतरीन कार्यशैली से एक अलग छाप छोड़ रही हैं।
कुल का क्राउन मुहिम: अब बेटियों से आगे बढ़ रहा वंश
बेटियां आज जमीं से लेकर आसमां तक बुलंदियों को छू रही हैं। लेकिन स्थितियां हमेशा से ऐसी नहीं रही हैं। एक वक्त था जब बेटियों को कमतर आंका जाता था और जिन माता-पिता की सिर्फ बेटियां होती थी तो उन्हें समाज में न जाने कितने ही ताने सुनने पड़ते थे। यहां तक कहा जाता था कि अब इनका वंश आगे नहीं बढ़ेगा। ये शब्द उन माता-पिता के दिल को दु:ख से भर देते थे और आँखों में आँसू भर वे भगवान से सवाल करते कि अगर बेटा नहीं हुआ तो हमारा कसूर क्या है? ऐसे परिवारों के लिए मसीहा बनकर आगे अए डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां और शुरू की ‘कुल का क्राउन’ मुहिम।
इस मुहिम ने उन परिवारों को बड़ी राहत दी है, जो घर में सिर्फ बेटियां होने पर डरते थे कि बेटियां ब्याह कर अपने घरों में चली जाएंगी और बुजुर्ग अवस्था में हमारा क्या होगा? कुल का क्राउन मुहिम के तहत बेटियां बारात लेकर पहुँचती हैं और दूल्हे को ब्याहकर अपने घर ले आती हैं और दूल्हा एक बेटे की तरह अपने सास-ससुर की सेवा और संभाल करता है। इस दंपत्ति से होने वाली औलाद के नाम के आगे सरनेम उसके पिता का नहीं बल्कि मां का लगता है यानि की बेटी से वंश आगे बढ़ता है। Happy Women’s Day 2025
डेरा सच्चा सौदा के नारी उत्थान कार्यों की सूची | Happy Women’s Day 2025
- शुभदेवी : वेश्यावृत्ति में फंसी युवतियों को पूज्य गुरुजी द्वारा बेटी बनाना, उनका इलाज करवाना और शादी करके समाज की मुख्य धारा में लाना।
- गुरु फादर बेटियां-भ्रूण हत्या व लिंग भेद पर रोक लगाना। ऐसी लड़कियां, जिनको गर्भ में मार दिया जाना था, पूज्य गुरुजी ने अपनाया व माँ-बाप की जगह खुद का नाम दिया।
- आशीर्वाद – गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक मदद करना।
- आशियाना – लाचार, बेसहारा लोगों व गरीब विधवाओं को मकान बनाकर देना।
- सहमति-पारिवारिक विवादों का आपसी सहमति से निपटारा करवाना।
- आत्म सम्मान-महिलाओं के लिए सिलाई, कढ़ाई व अन्य व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र खोलना।
- गर्भ पवित्र-गर्भवती महिलाओं को सत्संग सुनने, भजन सुमिरन करने, योद्धा शूरवीरों की कहानियां पढ़ने व सुनने के लिए प्रेरित करना।
- ज्ञान कली-लड़कियों की शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना।
- सही दिशा – बाल विवाह रोकना।
जीवन आशा – कम उम्र की विधवाओं की शादी करवाना। - नई सुबह – तलाकशुदा युवतियों की शादी करवाना।
- कुल का क्राउन – लड़के से ही वंश चलता है, इस भ्रम को दूर करना। इस मुहिम के तहत लड़की शादी करके दुल्हा घर लाएगी व लड़की से वंश चलेगा।
- सशक्त नारी-लड़कियों को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण देना।
जननी सत्कार- गरीब गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार देना व इलाज करवाना। - जननी-शिशु सुरक्षा-गरीब जच्चा बच्चा का भरण पोषण करना।
- शैतानियत बंद – बच्चों के बेचने के व्यापार को रोकना।
- बचाओ संस्कृति – वेश्यावृत्ति क े कोठों को कानूनी तौर पर बंद करवाना।
- नई किरण – विधवा बहू को बेटी बनाकर शादी करवाना।
- गैरत-ए-इंसानियत – लड़के लड़कियों को आपस में छेड़खानी व झूठे इल्जाम न लगाने के लिए लिखित में प्रण करवाना।
- मर्दानी भक्त वीरांगना – शादी के लायक विकलांग लड़कों के साथ आत्मनिर्भर लड़कियों को शादी करने के लिए प्रेरित करना।
- मां-बेटा संभाल : निशुल्क कैंप लगाकर गर्भवती महिलाओं व उसके होने वाले बच्चे के स्वस्थ संभाल व विकास के लिए जानकारी व दवाइयां प्रदान करना।
- भक्त वीरांगना ए गाजी – सक्षम लड़कियों की विधुर लड़कों से शादी करवाना।
- उड़ान आत्मबल की – रंजिशवश जिन लड़कियों पर तेजाब डाला जाता है, उनका इलाज करवाना व उनकी शादियां करवाना।
- उम्मीद से भी आगे -दुराचार पीड़ित महिलाओं का इलाज करवाना और उनकी शादियां भक्त योद्धा से करवाना।
- बेगम सफर – शारीरिक रूप से अपंग, फुलबैरी, हकलाने जैसी समस्याओं से ग्रस्त लड़कियों की शादी भक्त योद्धाओं से करवाना।
- जज्बा ए भक्त – भक्त योद्धाओं की विकलांग लड़कियों के साथ शादी करना।
- आत्मरक्षा प्रशिक्षण – महिलाओं के साथ अपराध रोकने के लिए लड़कियों को जूडो, ताइक्वांडों व मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण देना।
- बेटा बेटी एक समान – इस मुहिम के तहत बेटियों को बेटों की तरह अपने माता पिता की अर्थी को कंधा देने की नई परंपरा का आगाज किया गया।