
Delhi Dehradun Expressway: अनु सैनी। देश की राजधानी दिल्ली से देवभूमि देहरादून तक यात्रा को आसान बनाने वाला दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे अपने अंतिम चरण में है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में संकेत दिया कि इस परियोजना का उद्घाटन अक्टूबर तक किया जा सकता है। ऐसे में उम्मीद है कि इस दिवाली तक लोगों को एक्सप्रेसवे पर सफर का तोहफा मिल सकता है।
90% काम पूरा, 15% बाकी | Delhi Dehradun Expressway
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। अभी तक करीब 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, जबकि सिर्फ 15 फीसदी कार्य बाकी है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का दावा है कि बाकी काम अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि, कुछ सूत्र मानते हैं कि प्रोजेक्ट को पूरी तरह तैयार होने में 3 से 4 महीने का और समय लग सकता है।
किन हिस्सों पर काम पूरा, कहां बाकी?
अक्षरधाम से बागपत तक का हिस्सा पूरी तरह तैयार है और वाहनों के चलने के लिए सक्षम है।
बागपत से सहारनपुर तक लगभग 10% काम अधूरा है।
सहारनपुर से छुटमन तक भी करीब 5% कार्य बाकी है।
छुटमन से देहरादून का हिस्सा पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है।
इस तरह देखा जाए तो सबसे लंबा और चुनौतीपूर्ण काम बागपत से सहारनपुर व सहारनपुर से छुटमन के बीच ही बचा है। इन हिस्सों को अक्टूबर तक तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।
उद्घाटन को लेकर बढ़ी उम्मीदें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में दिल्ली के द्वारिका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 का उद्घाटन किया। इसके तुरंत बाद से ही चर्चा शुरू हो गई कि अब बारी दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहले ही यह कह चुके हैं कि अक्टूबर तक यह एक्सप्रेसवे जनता के लिए खोल दिया जाएगा। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इस दिवाली इसका शुभारंभ हो सकता है।
देरी से हुई परियोजना पूरी
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का काम तय समय से काफी पीछे चल रहा है।
इस प्रोजेक्ट को मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन काम में देरी होती गई।
शुरुआत में योजना थी कि एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्से को जनवरी 2025 में खोला जाएगा, मगर बाद में इसे स्थगित कर दिया गया।
अब सरकार का लक्ष्य है कि इसे अक्टूबर 2025 तक चालू कर दिया जाए।
किन जिलों को जोड़ेगा एक्सप्रेसवे?
यह एक्सप्रेसवे उत्तर भारत के कई जिलों के लिए विकास की नई राह खोलने वाला साबित होगा।
यह मार्ग दिल्ली, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर और देहरादून को सीधे जोड़ेगा।
इससे न केवल दिल्ली और देहरादून के बीच का सफर आसान होगा, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लोगों को भी सीधा लाभ मिलेगा।
6 लेन से 12 लेन तक विस्तार की योजना
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को मुख्य रूप से 6 लेन का बनाया गया है। लेकिन भविष्य की यातायात आवश्यकताओं को देखते हुए इसमें 8 से 12 लेन तक विस्तार की संभावना भी रखी गई है। इससे आने वाले वर्षों में बढ़ते ट्रैफिक का दबाव आसानी से संभाला जा सकेगा।
यात्रियों के लिए फायदे
इस एक्सप्रेसवे के चालू होने से यात्रियों को कई फायदे मिलेंगे:-
1. यात्रा समय में भारी कमी – दिल्ली से देहरादून की दूरी लगभग 4.5 से 5 घंटे में पूरी हो जाएगी, जो अभी 6-7 घंटे तक लगती है।
2. सुरक्षित और आरामदायक सफर – आधुनिक निर्माण तकनीक और चौड़े लेन होने के कारण दुर्घटनाओं की आशंका कम होगी।
3. पर्यटन को बढ़ावा – देहरादून, मसूरी और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन को गति मिलेगी।
4. आर्थिक विकास – रास्ते में पड़ने वाले जिलों को औद्योगिक और व्यापारिक लाभ मिलेगा।
दिवाली पर हो सकता है शुभारंभ
एनएचएआई का दावा है कि दो महीने में काम पूरा हो जाएगा, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि त्योहारों के सीजन तक एक्सप्रेसवे शुरू हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में कई बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन के बाद अब सबसे बड़ी उम्मीद दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से ही है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण देश की सबसे महत्वाकांक्षी सड़क परियोजनाओं में से एक है। यह न केवल दो बड़े शहरों के बीच की दूरी को कम करेगा, बल्कि रास्ते में पड़ने वाले जिलों के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी बड़ी भूमिका निभाएगा। काम तेजी से पूरा किया जा रहा है और संभावना है कि इस दिवाली तक जनता को इसका लाभ मिल जाएगा।