
Bhalswa Dairy murder case: नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के भलस्वा डेयरी क्षेत्र में हुए चर्चित हत्याकांड प्रकरण में क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने लगभग एक वर्ष से फरार चल रहे मुख्य आरोपी वकील मलिक को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लगातार ठिकाने बदलकर गिरफ्तारी से बचता रहा था। यह घटना 15 अक्टूबर 2024 को घटी थी, जब भलस्वा डेयरी इलाके में हुई गोलीबारी में 19 वर्षीय नौशाद और 29 वर्षीय आसिफ गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उपचार के दौरान नौशाद की मृत्यु हो गई थी। इस मामले में भलस्वा डेयरी थाने में हत्या तथा शस्त्र अधिनियम की धाराओं सहित मामला दर्ज किया गया था। Delhi News
प्रारंभिक जांच में आरोपियों की पहचान शकील, उसके भाई वकील और उनके साथी प्रिंस के रूप में हुई थी। इनमें से वकील घटना के बाद से लापता था। उसकी गिरफ्तारी के लिए अदालत द्वारा उद्घोषणा की कार्यवाही भी शुरू की गई थी।क्राइम ब्रांच की एंटी-एक्सटॉर्शन एंड किडनैपिंग सेल को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि वकील मलिक हरियाणा के बल्लभगढ़ इलाके में दिखाई दिया है। इस आधार पर इंस्पेक्टर अमित सोलंकी और एसीपी पंकज अरोड़ा के पर्यवेक्षण में एक विशेष टीम गठित की गई।
पुलिस ने बल्लभगढ़ मेट्रो स्टेशन के समीप घेराबंदी कर आरोपी को दबोच लिया
9-10 सितम्बर की रात को पुलिस ने बल्लभगढ़ मेट्रो स्टेशन के समीप घेराबंदी कर आरोपी को दबोच लिया। हालांकि, वकील पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगा, परंतु टीम ने तुरंत पीछा कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने हत्या और फायरिंग की वारदात में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। इसके पश्चात उसे विधि सम्मत धाराओं के अंतर्गत हिरासत में ले लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी वकील मलिक मूलतः भलस्वा डेयरी का निवासी है। वह सब्ज़ी बेचने का काम करता था और अपने परिवार के साथ वहीं रह रहा था। उसकी शैक्षिक योग्यता 10वीं कक्षा तक है। वह विवाहित है और तीन बच्चों का पिता है। इससे पहले उसका भाई शकील भी इस मामले में जेल भेजा जा चुका है। फिलहाल प्रकरण की आगे की जांच जारी है। Delhi News