किसान प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को सौंपा ज्ञापन
MSP intensifies: हनुमानगढ़। धान, बाजरा, मूंग, नरमा की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने की मांग तेज हो गई है। सोमवार को गैर राजनैतिक संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को नौ सूत्री मांगपत्र सौंपा। किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि हर छह माह बाद किसान अपनी फसल बेचने के लिए धान मण्डी पहुंचता है और हर बार फसल बेचने के बाद खुद को ठगा हुआ महसूस करता है। इसकी वजह उसकी फसल की सरकार की ओर से तय एमएसपी पर खरीद न होना है। Hanumangarh MSP News
किसान की फसल की कभी भी तय एमएसपी पर नहीं बिकती है। व्यापारियों की ओर से कम भाव में फसल की खरीद की जाती है। इससे किसानों को आर्थिक तौर पर बहुत नुकसान होता है। जरूरत के समय नहरी पानी नहीं मिला। फसल बिजाई के समय व पकाई के समय नहरबंदी का सामना करना पड़ता है। जिस समय उन्हें अपने खेतों में होना चाहिए उस समय धरना देकर नहर का पानी लेने के लिए लड़ना पड़ता है। हालात यह है कि किसान कर्ज की मार से मर रहा है। वे केसीसी भी नहीं भर पा रहे। इस कारण बैंक नोटिस निकाल रहे हैं और फोटो चस्पा कर जलील किया जा रहा है। या तो किसान अपनी जमीन को बेचकर कर्ज भर रहा है या खुदखुशी का रास्ता चुन रहा है।
नकली खाद बीज बेचने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए
मोर्चा प्रतिनिधियों ने मांग की कि सरकार की ओर से जिन फसलों पर एमएसपी घोषित की गई है उन फसलों की एमएसपी पर खरीद की जाए। हनुमानगढ़ जिले की तहसील संगरिया, टिब्बी, पीलीबंगा में धान की फसल की खरीद की जाए। जरूरत के हिसाब से फसल बिजाई व पकाई के समय पर्याप्त मात्रा में नहरी पानी दिया जाए। नकली खाद बीज बेचने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
किसानों को सम्पूर्ण कर्जा मुक्त किया जाए। जिन किसानों ने कर्ज के चलते आत्महत्या की है उनके परिवार को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। मनरेगा को किसानों से जोड़ा जाए। हनुमानगढ़ की सहकारी स्पिनिंग मिल को दोबारा शुरू किया जाए तथा कोहला फार्म के पास शुगर मिल का निर्माण करवाया जाए। इस मौके पर इन्द्रजीत सिंह, गगन सिद्धू, निर्मल सिंह सहित कई अन्य किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे। Hanumangarh MSP News
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