नशामुक्त समाज निर्माण में ‘डैप्थ’ मुहिम निभा रही अहम् भूमिका, पूज्य गुरु जी को सैल्यूट

बुद्धिजीवी बोले: लड़ाई-झगड़ा, अपराध व परिवार टूटने के पीछे नशा ही मुख्य कारण

सरसा/ओढ़ां (सच कहूँ/राजू)। नशा समाज के लिए बड़ी समस्या बन चुका है। इस लत का शिकार होकर युवा वर्ग स्वयं का भविष्य तो बर्बाद कर ही रहा है बल्कि अपने परिवारों का भी सुख-चैन समाप्त कर मौत की तरफ बढ़ रहा है। इतिहास गवाह है कि नशे ने सिवाय नाश के कुछ नहीं दिया। समाज में ऐसे अनेक उदाहरण हैं जहां नशे के कारण हंसते-खेलते परिवार उजड़ गए। मौजूदा समय मेंं परिवार टूटने, लड़ाई-झगड़ा व अपराध के पीछे नशा ही मुख्य कारण है।

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ऐसे में समाज को नशा मुक्त बनाने में डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा नशे के खिलाफ चलाई गई ‘डैप्थ’ मुहिम अहम् भूमिका निभा रही है। पूज्य गुरु जी ने आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से जहां पंचायतों को नशे के खिलाफ एकजुट होने की बात कही तो वहीं नशे का शिकार हो चुके युवाओं को ये बुराई छोड़कर सभ्य जिंदगी जीने हेतु प्रेरित किया।

पूज्य गुरु जी की डैप्थ मुहिम ने उन घरों में खुशियां बिखेर दीं जिन घरों में नशे के कारण लड़ाई-झगड़ा होना आम बात हो गई थी। सच-कहूँ संवाददाता राजू ओढ़ां ने जब इस विषय में समाज के बुद्धिजीवियों एवं सरपंचों से बात की तो उन्होंने इस मुहिम को अति सराहनीय बताते हुए इसके लिए पूज्य गुरु जी का तहेदिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि समाज को बचाने के लिए ऐसी मुहिम की बेहद आवश्यकता है।

नशा समाज में आज एक बड़ी समस्या बन चुका है। इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। गुरु जी ने जो डैप्थ मुहिम चलाई है उसके समाज में सार्थक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। ऐसी मुहिम की आज बेहद आवश्यकता है। क्योंकि अगर नशा नहीं रुका तो भविष्य में इसके भयंकर परिणाम सामने आएंगे। मैं गुरु जी के कई कार्यक्रमों में शिरकत कर चुका हूँ। अच्छी बात तो यह है कि पूज्य गुरु जी की इस मुहिम से जुड़कर नशा करने वाले लोग नशा छोड़कर औरों को भी जागरूक कर रहे हैं। ऐसी मुहिम के लिए पूज्य गुरु जी का आभार। पूज्य गुरु जी सच्चे समाज सुधारक हैं।
                                                                                                     -डॉ. केवी सिंह, पूर्व ओएसडी।

युवा नशे का शिकार होकर पथभ्रमित हो रहे हैं। अगर उन्हें इससे बचाया नहीं गया तो समाज में बाकी क्या रह जाएगा। पूज्य गुरु जी समाजसेवा के अनेकों कार्य चला रहे हैं। जो कि बहुत बड़ी बात है। पूज्य गुरु जी ने जो नशे के खिलाफ डैप्थ मुहिम चलाई है वह काफी सराहनीय है। डैप्थ मुहिम से जुड़कर बड़ी संख्या में लोग नशा छोड़कर सभ्य व खुशहाल जीवन जी रहे हैं। हम सभी को एकजुट होकर नशे के खिलाफ लड़ना होगा। हमें पूज्य गुरु जी की इस मुहिम में योगदान देना चाहिए।
                                                                      -मा. राजेन्द्र देसूजोधा, ‘आप’ नेता (हलका कालांवाली)।

मैंने अपने गाँव रोड़ी में पूज्य गुरु जी का आॅनलाइन कार्यक्रम देखा था। उन्होंने नशे के खिलाफ बहुत अच्छी तरह से समझाया। वाकई नशा आज समाज के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। मैंने नशे के कारण घर उजड़ते और लोगों को बिलखते देखा है। पूज्य गुरु जी ने नशे के खिलाफ जो डैप्थ मुहिम चला रखी है उससे समाज में काफी जागृति आ रही है। मैं इस मुहिम की मुक्त कंठ से प्रशंसा करता हूँ। नशामुक्त समाज निर्माण में पूज्य गुरु जी बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। पूज्य गुरु जी डैप्थ मुहिम घरों में खुशियां लौटा रही है।
                                                                                                       -महंत बलदेव दास (रोड़ी)।

इतिहास गवाह है कि नशे ने सिवाय बर्बादी के कुछ नहीं दिया। नशा आज युवा पीढ़ी को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है। हालांकि सरकार व पुलिस प्रशासन अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पूज्य गुरु जी के प्रयास काफी रंग ला रहे हैं। मैं पूज्य गुरु जी के कई कार्यक्रमों में गया हूँ। मैंने देखा कि लोग नशा करने व बेचने से तौबा कर रहे हैं। इसके अलावा गुरु जी गीतों के माध्यम से भी सरपंचों को एकजुट होकर नशे के खिलाफ लड़ने का संदेश दे रहे हैं। मैं डैप्थ मुहिम को अपने गाँव में लागू करने हेतु प्रयासरत हूँ। पूज्य गुरु जी समाज के लिए जो कर रहे हैं यह और कोई नहीं कर सकता। हम सभी को नशा मुक्त अभियान में योगदान करना चाहिए।
                                                                                       -सुरेन्द्र सुथार, सरपंच (गांव बिज्जुवाली)।

मैं अपनी पूरी पंचायत की तरफ से पूज्य गुुरु जी का ‘डैप्थ मुहिम’ के लिए आभार व्यक्त करता हूँ। हमारे गाँव में आॅनलाइन सत्संग कार्यक्रम हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने इस नशा रूपी बुराई को त्यागा। समाज को अगर कोई जागरूक कर सकता है तो वो संतजन ही कर सकते हैं। पूज्य गुरु जी का नशे के खिलाफ यह प्रयास काफी सराहनीय है। मैं सभी पंचायतों व लोगों से आह्वान करता हूँ कि इस मुहिम से जागरूक होकर औरों को भी जागरूक करें। हम सभी को डैेप्थ मुहिम से जुड़कर समाज को नशामुक्त बनाने में योगदान करना चाहिए।
                                                                           -अंग्रेज सिंह, सरपंच (गांव श्री जलालआणा साहिब)।

मैं स्वयं नशे के बेहद खिलाफ हूँ। मैंने पंचायती चुनाव में शराब या अन्य किसी तरह का नशा नहीं चलाया। अगर हम नशे के बल पर गाँव की बागडोर लेना चाहते हैं वोतो वह बिल्कुल उचित नहीं है। पूज्य गुरु जी ने समाज को नशा मुक्त करने का जो बीड़ा उठा रखा है उसमें हम सभी को एकजुटता के साथ योगदान करना चाहिए। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारा घर तो नशे से अछूता है। बल्कि यह सोचना चाहिए कि अगर हमने प्रयास नहीं किया तो एक न एक दिन हमारा घर भी नशे का शिकार हो सकता है। पूज्य गुरु जी समाज की जितनी चिंता कर रहे हैं उतनी और कोई नहीं कर सकता। मैं उन्हें दिल से सैल्यूट करता हूँ।
                                                                                            -बेअंत सिंह, सरपंच (गांव गदराना)।

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